अगर आप की कमाई आयकर के तहत नहीं आती है, तो भी ऐसे कॉडिशन में आयकर रिटर्न करना पड़ सकता है। जी हां कई बार लोगों को जानकारी नहीं होती है, जिससे बाद में ऐसे लेनदेन करने पर आयकर विभाग का नोटिस मिल सकता है। दि किसी व्यक्ति की सालाना आय पुराने टैक्स सिस्टम में ₹2.5 लाख और नए टैक्स सिस्टम में ₹3 लाख से कम है, तो उसे इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करने की अनिवार्यता नहीं होती। लेकिन आयकर कानून में कुछ ऐसे नियम भी हैं, जिनके तहत आपको ITR फाइल करना ही होगा।
दरअसल आप को बता दें कि ऐसे कई लेनदेन होते हैं, जिसे करने पर आप को आयकर विभाग का नोटिस मिल सकता है। जिससे लोगों के लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि कैसे पहले से जानकारी रख कर अलर्ट रहें। हम ने यहां पर टैक्स एक्सपर्ट के अनुसार ऐसे आठ मामले बताए हैं, जिसमें ITR फाइल करना अनिवार्य है।
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इन कॉडिशन में जरुर फाइल करें ITR रिटर्न
विदेश यात्रा पर खर्च- यदि आपने पिछले वित्त वर्ष में ₹2 लाख या उससे अधिक विदेश यात्रा पर खर्च किया है।
विदेशी संपत्ति या आय- अगर आपके पास कोई विदेशी संपत्ति है या विदेशी स्रोत से इनकम प्राप्त हुई है, जैसे विदेशी कंपनियों के शेयर से डिविडेंड।
TDS या TCS की अधिक राशि- यदि आपका TDS या TCS ₹25,000 या उससे अधिक कटा है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह सीमा ₹50,000 है।
करेंट अकाउंट में भारी जमा- यदि आपने पिछले वर्ष करेंट अकाउंट में ₹1 करोड़ या उससे अधिक की राशि जमा की है।
सेविंग अकाउंट- यदि सेविंग अकाउंट में आपकी जमा राशि ₹50 लाख या उससे अधिक है।
बिजनेस टर्नओवर- यदि आपके बिजनेस का सालाना टर्नओवर ₹60 लाख या उससे अधिक है।
प्रोफेशनल रिसीट- अगर आप डॉक्टर, वकील, कंसल्टेंट या अन्य किसी प्रोफेशनल सर्विस में हैं और आपकी प्रोफेशनल इनकम ₹10 लाख से अधिक है। तो रिटर्न दाखिल करना पड़ सकता है।
बिजली का बिल- अगर आपने एक वित्त वर्ष में ₹1 लाख या उससे अधिक का बिजली बिल अदा किया है।
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