गांव में रहकर होगी लाखों की कमाई! ये 5 बिजनेस बदल देंगे जिंदगी

Business Ideas for villages. आजकल कई युवा खुद का काम करना पंसद करते हैं, जिससे शहरों की भागदौड़ और तनाव भरी जिंदगी जीना नहीं चाहिए है। क्योंकि आज के इस महंगाई में ज्यादा कुछ सेविंग नहीं हो पाती है। अगर आप भी गांव में रहकर न सिर्फ सुकून भरी जिंदगी जीना चाहते हैं, जिससे यहां पर कम निवेश में लाखों के कमाई वाली कोई बिजनेश शुरु कर पाएं तो  गांव में ये पांच बिजनेस आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं।

एक समय था जब गांव में कोई बिजनेस शुरु करने के लिए कढ़ी मेहनत करनी होती थी है, जिससे इस समय कम लागत में अच्छे बिजनेस भी शुरू किए जा सकते हैं। अगर आप भी नौकरी के चक्कर से निकलकर खुद का काम करना चाहते हैं, इनमें तीन से चार लाख रुपये तक की शुरुआती लागत लगाकर हर महीने हजारों से लाखों रुपये तक कमाई संभव है।

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दूध डेयरी का बिजनेस

दूध और इससे बने प्रोडक्ट की खपत शहरों से लेकर गांव में हमेशा बनी रहती है। लोग सेहत के लिए दूध और पनीर जैसे उत्पादों पर ज्यादा भरोसा करते हैं। शहरों में गाय-भैंस के ताजे दूध और उससे बने हेल्दी प्रोडक्ट की बड़ी मांग है, अप शहर से सटे गांव में डेयरी बिजनेस शुरू करके आप डेली और स्थिर आय बना सकते हैं।

ऑर्गेनिक खेती

आजकल लोग केमिकल से उगाई गई फल औऱ सब्जियों कम पंसद कर रहे है, जिससे ऑर्गेनिक उत्पादों की डिमांड लगातार बढ़ रही है। भारत ही नहीं, विदेशों तक में ऑर्गेनिक फल-सब्जियों की अच्छी मांग है। अगर आप की गांव में जमीन उपलब्ध है, तो आप आसानी से ऑर्गेनिक खेती शुरू कर सकते हैं और बड़ी कमाई कर सकते हैं।

हर्बल फार्मिंग

भारत में इस समय आयुर्वेद और हर्बल उत्पादों की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है, खास बात तो यह है कि सरकार भी इसे प्रमोट कर रही है। कई कंपनियां किसानों से सीधे जड़ी-बूटियां खरीद लेती हैं, जिससे मार्केटिंग की टेंशन भी कम हो जाती है। गांव में रहकर हर्बल फार्मिंग करना एक बेहतर और लंबे समय तक लाभ देने वाला बिजनेस शुरु कर सकते हैं।

पोल्ट्री फार्मिंग

देखा जाए तो हर साल अंडे और चिकन की खपत में तेजी आई है। घरों में तो अंडे और डाइट में चिकन अब आम बात हो गई है। शहरों में इनकी डिमांड लगातार बढ़ रही है। ऐसे में पोल्ट्री फार्मिंग गांव में रहकर शुरू कर सकते हैं।

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 वर्मी कंपोस्ट यूनिट

आजकल किसान भी केमिकल से होने वाले नुकसान को समझ चुके हैं, जिससे खेती के तौर तरीके में बदलाव कर रहे हैं। अब  जैविक और प्राकृतिक खेती की ओर उनका रुझान बढ़ रहा है। इन दोनों तरह की खेती के लिए ऑर्गेनिक खाद की मांग तेजी से बढ़ रही है। किसानों के लिए वर्मी कंपोस्ट एक ऐसी जैविक खाद है, जिसकी डिमांड खेती और गार्डनिंग दोनों में रहती है। आप के पास में गांव में थोड़ी बहुत जमीन पड़ी है, तो वर्मी कंपोस्ट यूनिट शुरू कर सकते हैं।

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