नई दिल्ली: भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच अहमदाबाद टेस्ट में टीम इंडिया के नए कप्तान शुभमन गिल ने एक ऐसा रिकॉर्ड अपने नाम किया, जिसकी चर्चा हर जगह हो रही है। गिल ने अपनी पहली ही पारी में बतौर कप्तान अर्धशतक जड़ा और 47 साल बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले भारतीय कप्तान बने।
दाएं हाथ के इस बल्लेबाज़ ने 91 गेंदों का सामना करते हुए अपना पचासा पूरा किया। 56वें ओवर में खैरी पियरे की गेंद पर एक रन लेते ही गिल का यह ऐतिहासिक रिकॉर्ड दर्ज हो गया। हालांकि वह शतक की ओर बढ़ते-बढ़ते 57वें ओवर में रोस्टन चेज़ का शिकार बन गए और 50 रन पर पवेलियन लौटे, लेकिन इस छोटी सी पारी ने उन्हें भारतीय क्रिकेट इतिहास में खास जगह दिला दी।
गिल से पहले यह कारनामा 1978 में दिग्गज बल्लेबाज़ सुनील गावस्कर ने किया था। उस समय गावस्कर ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ कप्तान के तौर पर अपनी पहली टेस्ट पारी में 205 रन ठोके थे। अब 2025 में शुभमन गिल ने उसी वेस्टइंडीज़ टीम के खिलाफ भारत में कप्तानी डेब्यू करते हुए 50 रन बनाए और गावस्कर के बाद इस खास सूची में नाम दर्ज कराया।
इतिहास में झांकें तो विजय हजारे, हेमू अधिकारी और नारी कॉन्ट्रैक्टर जैसे नाम भी अपनी पहली कप्तानी पारी में अर्धशतक या उससे ज्यादा रन बना चुके हैं। लेकिन आधुनिक दौर में गिल का यह रिकॉर्ड खास इसलिए है क्योंकि उन्होंने दबाव की स्थिति में यह पारी खेली। उन्होंने केएल राहुल के साथ तीसरे विकेट के लिए 98 रनों की अहम साझेदारी कर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया।
पहली पारी में वेस्टइंडीज़ को सिर्फ 162 रन पर समेटने के बाद भारत ने गिल-राहुल की जोड़ी के सहारे बढ़त बना ली है। भले ही गिल का अर्धशतक शतक में तब्दील न हो पाया हो, लेकिन उनका नाम अब सुनील गावस्कर जैसे महान खिलाड़ियों के साथ सुनहरे अक्षरों में जुड़ चुका है।