Secured vs Unsecured Loan. आज के इस आर्थिक दौर में लोगों को कमाई कम होती चली जा रही है, जिससे कई बार जरुरी कामकाज के चलते लोन आवेदन करना पड़ता है। जिससे आप को यहां पर लोन के बारे में ऐसी जानकारी दे रहे हैं, जो बहुत फायदेमंद हो सकती है। बता दें कि लोन लेने के समय अक्सर लोग यह सोच में पड़ जाते हैं कि उनके लिए कौन सा विकल्प सही रहेगा, जिसमें सेक्योर्ड (Secured Loan) या अनसेक्योर्ड (Unsecured Loan)। इन लोन में अलग-अलग शर्तें भी है।
दरअसल बैंक और एनबीएफसी इन दोनों तरह के लोन को अलग नजरिए से देखते हैं। लोन आवेदन करने वाले यानि कि ग्राहकों के लिए भी यह समझना जरूरी है कि किस स्थिति में कौन सा लोन लेना फायदेमंद साबित होगा। आइए जानते हैं दोनों के बीच मुख्य अंतर और फायदे-नुकसान।
ये भी पढ़ें-7000mAh बैटरी वाला Realme 15T Vs 7300mAh बैटरी Vivo T4, जानें कौन है बेहतर
क्या है सेक्योर्ड लोन?
सेक्योर्ड लोन वह होता है जिसमें ग्राहक को किसी संपत्ति को गिरवी रखना पड़ता है। इसे ही कोलैटरल (Collateral) कहा जाता है। उदाहरण के लिए, अगर आप घर खरीदने के लिए होम लोन लेते हैं या कार खरीदने के लिए ऑटो लोन, तो बैंक आपके घर या गाड़ी को कोलैटरल मान लेता है। इसी तरह गोल्ड लोन या प्रॉपर्टी पर लिया गया लोन भी सेक्योर्ड लोन की श्रेणी में आता है।
सेक्योर्ड लोन में बैंक का रिस्क कम होता है, क्योंकि अगर ग्राहक पैसा नहीं चुकाता, तो बैंक गिरवी रखी संपत्ति बेचकर अपना पैसा वसूल सकता है। यही वजह है कि ऐसे लोन पर ब्याज दर कम होती है और रीपेमेंट अवधि लंबी मिलती है। ज्यादातर लोग यह लोन चुनते हैं।
क्या है अनसेक्योर्ड लोन?
अनसेक्योर्ड लोन में किसी भी तरह का कोलैटरल नहीं देना होता। जिसे कोलैटरल फ्री लोन भी कहा जाता है। यहां पर बैंक या एनबीएफसी ग्राहक की क्रेडिट हिस्ट्री, इनकम और भुगतान क्षमता देखकर लोन मंजूर करते हैं। पर्सनल लोन और कंज्यूमर लोन इसके आम उदाहरण हैं।
इसमें बैंक के लिए रिस्क ज्यादा होता है, इसलिए ब्याज दर भी अधिक रखी जाती है और रीपेमेंट का समय छोटा मिलता है। हालांकि, इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि प्रोसेस तेज होती है और रकम जल्दी अकाउंट में आ जाती है।
आप के लिए कौन सा है लोन बेहतर?
यह पूरी तरह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी जरूरत क्या है, जिससे अगर आपके पास प्रॉपर्टी, गोल्ड या कोई और एसेट है और आप कम ब्याज दर व लंबी अवधि चाहते हैं, तो सेक्योर्ड लोन आप के लिए सही रहेगा। वहीं, अगर आपको तुरंत पैसे की जरूरत है और गिरवी रखने के लिए आपके पास संपत्ति नहीं है, तो अनसेक्योर्ड लोन बेहतर विकल्प हो सकता है।
ये भी पढ़ें-7000mAh बैटरी वाला Realme 15T Vs 7300mAh बैटरी Vivo T4, जानें कौन है बेहतर
हालांकि आप को दोनों तरह के लोन में नियम और शर्तों को पूरी तरह से पढ़ लेना चाहिए, बाद में कोई परेशानी ना हो। हाल के सालों में फिनटेक कंपनियों की वजह से अनसेक्योर्ड लोन की मांग तेजी से बढ़ी है। ये कंपनियां आसान नियम और तेज प्रोसेसिंग के साथ ग्राहकों को लोन देती हैं।