नई दिल्ली: पूर्व मुख्य चयनकर्ता क्रिस श्रीकांत ने 19 अक्टूबर से शुरू हो रहे ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुनी गई 15 सदस्यीय भारतीय वनडे टीम में संजू सैमसन को बैकअप विकेटकीपर के तौर पर न चुने जाने का फैसला कड़ा रूप से आलोचना किया है। उनके अनुसार, ऋषभ पंत के चोटिल होने के चलते सैमसन मुख्य विकेटकीपर केएल राहुल के कवर के रूप में टीम में जगह पाने के हकदार थे।
अजीत अगरकर की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने सैमसन को नजरअंदाज कर ध्रुव जुरेल को मौका दिया, जो पहली बार वनडे टीम में चुने गए हैं। श्रीकांत ने इसे अन्याय बताया और कहा कि रोज नए बहाने बनाकर संजू को टीम से बाहर रखा जाता है। यह बात और भी चौंकाने वाली है कि सैमसन ने 2023 के अंत में साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के निर्णायक मैच में शतक जड़ा था, लेकिन इसके बाद उन्हें वनडे में मौका नहीं मिला।
श्रीकांत ने यूट्यूब पर कहा, “फिर से बहुत नाइंसाफी हुई। संजू को टीम में होना चाहिए था क्योंकि उन्होंने अपना आखिरी वनडे शतक के साथ खत्म किया था। हर दिन खिलाड़ियों के लिए बहाने बदलते रहते हैं। कभी उन्हें पांचवें नंबर पर, कभी ओपनिंग, कभी सातवें या आठवें नंबर पर भेजा जाता है। ध्रुव जुरेल अचानक कैसे आ गए? संजू अंतिम एकादश में हों या न हों, लेकिन टीम में होना उनका हक था।”
वहीं अजीत अगरकर ने कहा कि सैमसन का न चुना जाना उनके बल्लेबाजी क्रम की वजह से है। उन्होंने बताया कि सैमसन ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करते हैं, जबकि ध्रुव जुरेल और केएल राहुल निचले क्रम के बल्लेबाज हैं। अगरकर का मानना है कि टीम को ऐसे खिलाड़ियों की तलाश है जो ऊपरी क्रम में फिट हो सकें, और सैमसन इस समय टी20 क्रिकेट में वही भूमिका निभा रहे हैं।
सैमसन के वनडे रिकॉर्ड को देखें तो उनके ऊपर कम आंकलन सही नहीं लगता। हाल ही में एशिया कप में उन्होंने मध्यक्रम में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया। 16 वनडे मैचों में 56.66 के औसत से निचले क्रम में 347 रन बनाए हैं, जिनमें तीन अर्धशतक भी शामिल हैं। उन्होंने चौथे से छठे नंबर पर 11 पारियों में 57.83 की औसत से योगदान दिया है।
स्पष्ट है कि संजू सैमसन वनडे टीम में स्थान के हकदार हैं और उनके प्रदर्शन को नजरअंदाज करना चयन के दृष्टिकोण पर सवाल खड़ा करता है। टीम इंडिया के फैंस इस निर्णय पर चर्चा कर रहे हैं और उम्मीद है कि भविष्य में सैमसन को उचित अवसर मिलेगा।