नई दिल्ली: भारत और वेस्टइंडीज के बीच चल रही दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ में टीम इंडिया ने पहला टेस्ट जीतकर जोरदार शुरुआत की। 2 अक्टूबर से शुरू हुआ यह मुकाबला सिर्फ तीन दिन में ही खत्म हो गया, और भारत ने पारी व 140 रनों से शानदार जीत दर्ज की। इस जीत के असली हीरो रहे ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा, जिन्होंने बल्ले और गेंद दोनों से मैदान पर अपना जलवा बिखेरा।
जडेजा ने पहले बल्ले से जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए नाबाद 104 रन की शतकीय पारी खेली। उन्होंने अपनी पारी में 176 गेंदों का सामना किया और 6 चौकों व 5 शानदार छक्कों की मदद से स्कोर को आगे बढ़ाया। यही नहीं, उन्होंने गेंद से भी धमाल मचाते हुए वेस्टइंडीज की दूसरी पारी में 4 विकेट चटका दिए। इस शतक के साथ जडेजा ने टेस्ट करियर में अपनी छठी सेंचुरी ठोकी और एक खास क्लब में शामिल हो गए।
अब जडेजा उन चुनिंदा खिलाड़ियों में शामिल हो चुके हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 300 से ज्यादा विकेट और 6 या उससे अधिक शतक लगाए हैं। इस एलीट लिस्ट में अब तक सिर्फ कपिल देव, इयान बॉथम, इमरान खान, रवि अश्विन और डेनियल विटोरी जैसे महान खिलाड़ी ही थे।
अब नजरें दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में 10 अक्टूबर से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट पर हैं। जडेजा के पास एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने का सुनहरा मौका है। अगर वह सिर्फ 10 रन और बना लेते हैं, तो वे टेस्ट क्रिकेट में 4000 रन और 300 से अधिक विकेट लेने वाले भारत के दूसरे और दुनिया के चौथे खिलाड़ी बन जाएंगे। अब तक यह कारनामा केवल कपिल देव, डेनियल विटोरी और इयान बॉथम कर पाए हैं।
अब तक के अपने टेस्ट करियर में रवींद्र जडेजा ने 86 मैचों की 129 पारियों में 3990 रन बनाए हैं, जिसमें 6 शतक और 27 अर्धशतक शामिल हैं। उनका बेस्ट स्कोर 175 नाबाद रहा है। वहीं गेंद से उन्होंने 334 विकेट झटके हैं। अगर दिल्ली टेस्ट में वह ये आंकड़ा पार कर लेते हैं, तो जडेजा का नाम दुनिया के सबसे महान ऑलराउंडरों की गिनती में और ऊंचा दर्ज हो जाएगा।