PM Kisan 21st Installment Update: देश का अन्नदाता यानी किसान जब कड़ी मेहनत करता है, तब जाकर हमारे घर की थाली में अन्न का दाना पहुंचता है। लेकिन खेती करना आसान नहीं है, क्योंकि कभी बारिश की अधिकता तो कभी सूखा किसानों की मेहनत पर पानी फेर देता है। ऐसे में किसानों को आर्थिक मदद की आवश्यकता होती है, विशेष रूप से छोटे और सीमांत किसानों को। इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की थी, ताकि किसानों को नियमित आर्थिक सहायता मिल सके।
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PM Kisan Yojana क्या है और कैसे मिलता है लाभ
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) योजना के तहत पात्र किसानों को सालाना 6,000 रुपये की सहायता दी जाती है। यह राशि किसानों के खाते में तीन बराबर किस्तों में यानी हर चार महीने में 2,000 रुपये के हिसाब से भेजी जाती है। इस योजना की शुरुआत किसानों की आय को स्थिर करने और कृषि कार्यों में मदद के लिए की गई थी।
अब तक इस योजना के तहत 20 किस्तें जारी की जा चुकी हैं, जिससे लाखों किसानों को लाभ हुआ है। अब किसान बेसब्री से 21वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं।
किन राज्यों में जारी हो चुकी है 21वीं किस्त
केंद्र सरकार ने इस बार तीन राज्यों, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब के किसानों को विशेष राहत प्रदान की है। इन राज्यों में हाल ही में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण किसानों की फसलों को गंभीर नुकसान हुआ था। इसी वजह से केंद्र सरकार ने पीएम किसान योजना की 21वीं किस्त इन राज्यों के किसानों को समय से पहले जारी कर दी है, ताकि उन्हें तुरंत आर्थिक सहायता मिल सके।
बाकी राज्यों के किसानों को कब मिलेगी अगली किस्त
जो किसान अभी तक 21वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं, उनके लिए राहत भरी खबर यह है कि योजना के तहत हर चार महीने में नई किस्त जारी की जाती है। पिछली किस्त के समय को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि नवंबर 2025 में देशभर के बाकी किसानों के खातों में 21वीं किस्त ट्रांसफर की जा सकती है। हालांकि, इसकी आधिकारिक घोषणा अभी तक नहीं की गई है और किसानों को इसके लिए कुछ और समय इंतजार करना पड़ सकता है।
इन कारणों से अटक सकती है किसानों की किस्त
पीएम किसान योजना के तहत लाभ पाने के लिए कुछ जरूरी शर्तों का पालन करना होता है। यदि किसान ई-केवाईसी (e-KYC) पूरी नहीं करते हैं, तो उनकी किस्त रोकी जा सकती है। यह प्रक्रिया किसान की पहचान को सत्यापित करने के लिए अनिवार्य है।
इसके अलावा भू-सत्यापन (Land Verification) न करवाने वाले किसानों की किस्त भी अटक सकती है। इस सत्यापन में यह सुनिश्चित किया जाता है कि किसान की भूमि वास्तव में कृषि योग्य है और वह पात्रता मानदंडों को पूरा करता है। इसलिए, किसानों को सलाह दी जाती है कि वे समय रहते इन दोनों प्रक्रियाओं को पूरा कर लें ताकि उन्हें आने वाली किस्त का लाभ मिल सके।
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योजना से किसानों को क्या लाभ मिला
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना ने छोटे किसानों की आर्थिक स्थिति को काफी हद तक मजबूत किया है। इससे किसानों को खेती से जुड़ी जरूरी चीजें जैसे बीज, खाद और सिंचाई के लिए साधन खरीदने में मदद मिली है। साथ ही यह योजना किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक अहम कदम साबित हुई है।