NPS Update. अगर आप राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) में निवेश करने का प्लान कर रहे या कर रहे हैं, तो आप के लिए बढ़ी खुशखबरी है। जी हां सरकार राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) में बड़े बदलाव की तैयारी में है। जिससे अगर लागू किया गया तो लोगों को बड़े स्तर पर लाभ मिलेगा। आप तो बता दें कि पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) ने इसके लिए एक नया मसौदा जारी किया है, जिसमें सेवानिवृत्त लोगों को बेहतर, तय और महंगाई से सुरक्षित आय देने के लिए तीन नए निवेश विकल्प शामिल किए गए हैं।
दरअसल राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) को मैनेज करने वाली संस्था PFRDA बड़ा स्तर पर अपडेट करने वाली है, जिससे अगर यह प्रस्ताव लागू होता है, तो यह अब तक का NPS में सबसे बड़ा सुधार होगा। तो चलिए यहां पर आप को बताते हैं, इसके बारे में….
जानिए क्या है नया प्रस्ताव
PFRDA के अनुसार, नए बदलावों का मकसद NPS को अधिक लचीला (Flexible) और भरोसेमंद (Reliable) बनाना है। अभी तक NPS निवेशकों को यह पता नहीं होता कि रिटायरमेंट के बाद उन्हें हर महीने कितनी पेंशन मिलेगी। नए मॉडल इस अनिश्चितता को खत्म करेंगे ताकि हर निवेशक को तय और सुरक्षित मासिक आय मिल सके। प्राधिकरण ने इस मसौदे पर 31 अक्टूबर 2025 तक सुझाव आमंत्रित किए हैं।
1. व्यवस्थित निकासी और नियमित पेंशन योजना
यह मिश्रित मॉडल है, जिसमें व्यवस्थित निकासी योजना (SWP) और पेंशन प्लान (Annuity) दोनों शामिल होंगे। इसमें निवेशक को अपनी जरूरत के अनुसार हर महीने पैसा निकालने की सुविधा मिलेगी। यहां पर जान सकते हैं यह मॉडल कैसे काम करेगा।
- कम से कम 20 साल का योगदान जरूरी होगा।
- 45 वर्ष की आयु तक कुल योगदान का 50% हिस्सा इक्विटी में रहेगा।
- सेवानिवृत्ति पर कुल फंड का 4.5% मासिक पेंशन के रूप में मिलेगा, जो हर साल 0.25% बढ़ेगा।
- 70 साल की उम्र के बाद एन्यूटी खरीदकर अगले 20 साल तक तय इनकम मिलेगी, जो परिवार को भी जारी रहेगी।
2.लक्ष्य और महंगाई आधारित योजना
यह योजना उन निवेशकों के लिए है जो चाहते हैं कि उनकी पेंशन महंगाई के हिसाब से बढ़ती रहे। उदाहरण के लिए, अगर किसी का लक्ष्य 40,000 रुपये मासिक पेंशन है, तो निवेश का प्लान उसी लक्ष्य के अनुरूप तैयार किया जाएगा। जिसमें मुख्य बिंदु इस प्रकार से रखे गए है।
- इक्विटी और उच्च रेटिंग वाले बॉन्ड में निवेश से तय रिटर्न सुनिश्चित होगा।
- अधिकतम 25% निवेश इक्विटी में किया जा सकेगा ताकि महंगाई से सुरक्षा बनी रहे।
- कम से कम 20 साल का योगदान जरूरी होगा और निकासी अवधि 25 साल होगी।
- पेंशनधारक की मृत्यु की स्थिति में शेष पेंशन उसके परिवार को मिलेगी।
3. पेंशन क्रेडिट आधारित सुनिश्चित योजना
इस मॉडल में ‘पेंशन क्रेडिट’ की व्यवस्था होगी। जितने अधिक पेंशन क्रेडिट जमा होंगे, उतनी अधिक मासिक पेंशन तय होगी। इस मॉडल की जानकारी यहां पर जान सकते हैं कि यह ऐसे काम करेगा।
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- निवेशक 1, 3 या 5 साल की अवधि वाले पेंशन क्रेडिट खरीद सकेंगे।
- सेवानिवृत्ति वर्ष और पेंशन लक्ष्य के अनुसार निवेश योजना तय होगी।
- जोखिम के स्तर के अनुसार सदस्य अपने लिए उचित विकल्प चुन पाएंगे।