मोदी सरकार का सीनियर सिटीजन को बड़ा तोहफा, अब SCSS पर 8.2% होगी से कमाई!

SCSS. लोगों को बढ़ती उम्र के साथ सबसे बड़ी चिंता आर्थिक सुरक्षा की होती है। खासकर रिटायरमेंट के बाद जब नियमित आय के स्रोत सीमित हो जाते हैं, जिससे पहले से ही सुरक्षित और भरोसेमंद निवेश विकल्प में पैसा लगाना जरुरी होता है। हालांकि सीनियर सिटीजन के तौर पर मोटी कमाई का ऑप्सन मिलता है। जी हां पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) बुजुर्गों के लिए वरदान साबित हो रही है। यह न सिर्फ सुरक्षित निवेश है, बल्कि 8.2% की आकर्षक ब्याज दर के साथ नियमित आय की गारंटी भी देती है। 

आप को बता दें कि योजना छोटी बचत स्कीम में आती है, जो सरकार के द्धारा समर्थित पोस्ट ऑफिस में संचालित की जा रही है। सरकार यहां पर सीधे ब्याज दर तय करती है।

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क्या है SCSS स्कीम?

पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) उन लोगों के लिए है जिनकी उम्र 60 साल या उससे अधिक है। इसमें रिटायर लोग अपने पैसों को सुरक्षित रखते हुए हर तिमाही ब्याज के रूप में आय प्राप्त कर सकते हैं। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही के लिए इस पर 8.2% की ब्याज दर तय की गई है, जो बैंकों की एफडी से कहीं बेहतर है।

कितना निवेश किया जा सकता है?

इस स्कीम में न्यूनतम 1,000 रुपये से निवेश शुरू किया जा सकता है, जबकि अधिकतम सीमा 30 लाख रुपये तय है। यानी रिटायरमेंट के बाद अगर कोई व्यक्ति 30 लाख रुपये तक निवेश करता है, तो उसे हर तिमाही अच्छी-खासी ब्याज आय प्राप्त होगी।

टैक्स में भी मिलेगा फायदा

SCSS का एक और बड़ा लाभ है टैक्स छूट। इस योजना में निवेश करने पर निवेशक को आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट मिलती है। यानी ब्याज आय के साथ-साथ टैक्स सेविंग का भी लाभ मिलेगा।

मैच्योरिटी और निकासी के नियम

इस स्कीम की अवधि 5 साल की होती है, जिसे जरूरत पड़ने पर 3 साल तक बढ़ाया जा सकता है। अगर कोई निवेशक पैसे समय से पहले निकालना चाहे तो नियम थोड़े अलग हैं।

  • 1 साल से पहले निकासी पर कोई ब्याज नहीं मिलेगा।
  • 1 से 2 साल के बीच निकासी पर 1.5% की पेनल्टी लगेगी।
  • 2 से 5 साल के बीच निकासी पर 1% की कटौती होगी।

यानी यह स्कीम लचीली जरूर है, लेकिन समय से पहले पैसे निकालने पर कुछ शर्तें लागू होंगी।

ज्वॉइंट अकाउंट और अतिरिक्त फायदे

इस स्कीम में पति-पत्नी मिलकर ज्वॉइंट अकाउंट भी खोल सकते हैं। इससे दोगुना फायदा और अधिक आर्थिक सुरक्षा मिलती है। साथ ही, कुछ विशेष वर्ग जैसे VRS लेने वाले कर्मचारी और रक्षा सेवाओं से रिटायर लोग भी इसमें उम्र सीमा में छूट का फायदा उठा सकते हैं।

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SCSS आप के लिए खास यह क्योंकि यहां पर सुरक्षित और सरकारी गारंटी वाला निवेश ऑप्सन मिलता है। जिससे बैंकों की एफडी से ज्यादा ब्याज दर मिलती है।  तिमाही आधार पर नियमित आय और टैक्स छूट का लाभ है। कुल मिलाकर यानी यह योजना उन बुजुर्गों के लिए बेहद उपयोगी है जो रिटायरमेंट के बाद भी अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाए रखना चाहते हैं।

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