UP Ration Card. देश में जरुरमंदों के लिए राशन कार्ड एक जरूरी दस्तावेज है, जिससे सरकार के द्वारा फ्री राशन सहित कई स्कीम का लाभ दिया जाता है। हालांकि जांच में पता चला है कि ऐसे अपात्रों के लाखों की संख्या में राशन कार्ड बने है, जिससे सरकार सख्त हो रही है। इस कढ़ी में उत्तर प्रदेश में सरकार अब उन लोगों पर शिकंजा कस रही है जो अपात्र होने के बावजूद मुफ्त राशन का लाभ उठा रहे थे।
खबरों में बताया जा रहा है कि हरदोई जिले में जांच के दौरान 65 ऐसे राशन कार्डधारक सामने आए हैं जिनका सालाना कारोबार 25 लाख रुपये से अधिक है, लेकिन फिर भी वे गरीबों के लिए मिलने वाले अनाज को उठा रहे थे। इतना ही नहीं, कई बड़े जमीनदार और संपन्न परिवार भी इस योजना का लाभ ले रहे थे।
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हरदोई में खुला बड़ा खेल
जिले में करीब 7.7 लाख से ज्यादा राशन कार्डधारक हैं। इनमें 1.17 लाख अंत्योदय कार्डधारक और 6.53 लाख पात्र गृहस्थी वाले कार्डधारक शामिल हैं। केंद्र सरकार के निर्देश पर इन सभी को मुफ्त राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। लेकिन जब इनका सत्यापन शुरू हुआ तो कई चौंकाने वाले मामले सामने आए।
25 लाख से ज्यादा टर्नओवर वाले व्यापारी
विभाग की जांच में यह सामने आया कि 65 ऐसे कार्डधारक हैं जिनका सालाना टर्नओवर 25 लाख रुपये से अधिक है। इनमें से ज्यादातर व्यापारी हैं, जो जीएसटी रिटर्न भी भरते हैं। इसके बावजूद वे मुफ्त राशन लेने वालों की सूची में शामिल थे।
पांच एकड़ से ज्यादा जमीन वाले भी ले रहे राशन
सिर्फ व्यापारी ही नहीं, बल्कि किसान वर्ग में भी अनियमितताएं मिली हैं। जांच में सामने आया कि 2,379 राशन कार्डधारकों के पास पांच एकड़ से अधिक जमीन है। नियमों के मुताबिक, ऐसे लोगों को पात्र गृहस्थी या अंत्योदय योजना के तहत राशन का हक नहीं है, फिर भी ये लोग सरकारी सुविधा का लाभ उठा रहे थे।
आय सीमा से ज्यादा कमाने वाले भी शामिल
जिले में 1,952 ऐसे कार्डधारक मिले हैं जिनकी सालाना आय निर्धारित सीमा से कहीं ज्यादा है। शहरी क्षेत्रों के लिए आय सीमा 3 लाख रुपये और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 2 लाख रुपये तय है। इस सीमा से ऊपर कमाने वाले परिवार भी राशन कार्ड पर मुफ्त अनाज ले रहे थे।
अन्य मामलों में भी धांधली
पूर्ति विभाग की जांच में 283 ऐसे लोग भी सामने आए हैं जो हल्के मोटर वाहन के मालिक हैं। वहीं 42 ऐसे कार्डधारक मिले जो पिछले 12 महीनों से राशन लेने ही नहीं आए, लेकिन सूची में अब तक उनका नाम दर्ज था। अब इन सभी कार्डों को निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
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सरकार का सख्त रुख
भारत सरकार ने हाल ही में आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज़ों के आधार पर राशन कार्ड धारकों की सूची का मिलान कराया था। इसके बाद राज्य को अपात्र लोगों की लिस्ट भेजी गई। हरदोई में 77,676 कार्डधारक ऐसे चिह्नित हुए जिनका अब सत्यापन चल रहा है। जिला पूर्ति अधिकारी दिलीप कुमार के मुताबिक, सभी पूर्ति निरीक्षकों को तेजी से जांच पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि अपात्र लोगों के नाम हटाकर सिर्फ पात्र परिवारों को ही राशन का लाभ दिया जा सके।