Atal Pension Yojana. अटल पेंशन योजना (APY) से जुड़ने वालों के लिए एक बड़ी खबर आई है। सरकार ने इस योजना में कुछ अहम बदलाव किए हैं, जिससे रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया और ज्यादा आसान, पारदर्शी और सुरक्षित बनाई जा सके। अब अगर आप अटल पेंशन योजना में नया खाता खोलना चाहते हैं, तो इसके लिए नया रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरना अनिवार्य होगा। जी हां सरकार ने इस निवेश योजना में कई नियम को अपडेट कर दिया है।
दरअसल आप को बता दें कि अटल पेंशन योजना में यह नया नियम 1 अक्टूबर 2025 से देशभर में लागू है, जिससे डाक विभाग ने इस संबंध में सभी डाकघरों और बैंक शाखाओं को निर्देश जारी किए हैं कि वे पुराने फॉर्म स्वीकार न करें और लोगों को नए नियमों की जानकारी दें।
ये भी पढ़ें-पुराने PAN कार्ड को कहें बाय-बाय! ऐसे चुटकियों में मिलेगा नया PAN 2.0
क्यों किया गया बदलाव?
सरकार ने यह कदम पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) के निर्देशों के तहत उठाया है। इसका उद्देश्य पेंशन सेवाओं को और बेहतर बनाना और धोखाधड़ी की संभावनाओं को कम करना है। अब अटल पेंशन योजना में शामिल होने वाले लोगों को एक संशोधित नया फॉर्म भरना होगा जिसमें कुछ अतिरिक्त डिक्लेरेशन और सुरक्षा से जुड़ी जानकारी मांगी गई है।
नया फॉर्म क्यों जरूरी है?
नए फॉर्म में एक बड़ा बदलाव FATCA/CRS डिक्लेरेशन का जोड़ा जाना है। यह घोषणा अंतरराष्ट्रीय टैक्स अनुपालन मानदंडों से जुड़ी है, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि केवल भारतीय नागरिक ही डाकघर के माध्यम से अटल पेंशन योजना में शामिल हो सकें।
आप को बता दे कि सरकार का यह कदम विदेशी टैक्सदाताओं की पहचान में मदद करेगा और पेंशन योजना का लाभ सिर्फ भारतीय नागरिकों को ही मिलेगा। साथ ही, अब नए चार्ज और फीस स्ट्रक्चर भी लागू किए गए हैं जो NPS, UPS और APY सभी पर समान रूप से लागू होंगे।
जारी किए गए नए निर्देश
डाक विभाग ने सभी शाखाओं को निर्देश दिए हैं कि वे केवल नए फॉर्म का ही उपयोग करें। इसके अलावा, हर डाकघर में इस बदलाव की जानकारी नोटिस बोर्ड पर प्रदर्शित की जाएगी ताकि लोग समय रहते अवगत हो सकें और किसी प्रकार की असुविधा से बचें।
ये भी पढ़ें-Motorola यूजर्स के लिए खुशखबरी, Android 16 अपडेट हुआ रोलआउट
क्या है अटल पेंशन योजना?
अटल पेंशन योजना भारत सरकार की एक सामाजिक सुरक्षा योजना है, जो खास तौर पर देश के असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों, छोटे व्यापारियों और गिग वर्कर्स के लिए बनाई गई है। इस योजना में शामिल व्यक्ति को 60 वर्ष की उम्र के बाद पेंशन मिलती है, जिसकी राशि 1000 रुपये से 5000 रुपये प्रति माह तक हो सकती है। यह पेंशन राशि निवेशकर्ता द्वारा किए गए मासिक योगदान पर निर्भर करती है।