नई दिल्ली: एशिया कप 2025 की शुरुआत से पहले ही इस बात की चर्चा थी कि फाइनल में भारत और पाकिस्तान आमने-सामने हो सकते हैं। अब वह भविष्यवाणी सच हो चुकी है। भारतीय टीम पूरे टूर्नामेंट में अजेय रहते हुए सीधे फाइनल में पहुंची, जबकि पाकिस्तान ने बांग्लादेश को करो या मरो के मुकाबले में 11 रन से हराकर अपना टिकट पक्का किया। एशिया कप के 41 साल लंबे इतिहास में यह पहली बार होगा जब दोनों टीमें इस टूर्नामेंट के फाइनल में भिड़ेंगी।
इस खिताबी मुकाबले में भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव के पास इतिहास रचने का सुनहरा मौका है। अगर वह टीम को जीत दिलाते हैं तो वह एमएस धोनी के क्लब में शामिल हो जाएंगे, जिन्होंने 2007 में भारत को पहला टी20 वर्ल्ड कप जिताया था।
भारत और पाकिस्तान के बीच टी20 इंटरनेशनल मुकाबलों का रिकॉर्ड हमेशा से टीम इंडिया के पक्ष में रहा है। 2007 से अब तक दोनों टीमों के बीच 15 मैच खेले गए हैं, जिनमें भारत ने 12 बार जीत दर्ज की है। पाकिस्तान सिर्फ तीन मैच जीत सका है। मल्टीनेशनल टूर्नामेंट में दोनों टीमें इससे पहले सिर्फ एक बार, 2007 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में आमने-सामने हुई थीं। उस मैच में धोनी की कप्तानी में भारत ने पाकिस्तान को 5 रन से हराकर खिताब अपने नाम किया था।
अब 18 साल बाद एक बार फिर इतिहास खुद को दोहराने जा रहा है। इस बार जिम्मेदारी सूर्यकुमार यादव के कंधों पर होगी, जो अपने कप्तानी करियर का पहला बड़ा खिताब जीतकर खुद को भारतीय क्रिकेट के सुनहरे पन्नों में दर्ज कराना चाहेंगे।
फाइनल मुकाबला 28 सितंबर को दुबई में खेला जाएगा। इस मैदान पर भारत और पाकिस्तान अब तक 5 बार आमने-सामने हो चुके हैं। इनमें से भारत ने 3 और पाकिस्तान ने 2 मैच जीते हैं। अगर कुल आंकड़े देखें तो भारतीय टीम ने दुबई में 13 टी20 इंटरनेशनल खेले हैं और 9 में जीत हासिल की है। ऐसे में टीम इंडिया का पलड़ा यहां भी थोड़ा भारी माना जा रहा है।