IMD. यूपी समेत पूरे उत्तर भारत में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। पश्चिमी विक्षोभ के असर से कई राज्यों में बारिश और तेज हवाओं का दौर शुरू हो गया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिलेगी और तापमान में 4 से 5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है। तो चलिए यहां पर आप को बताते हैं कि मौसम विभाग के अपडेट के बारे में….

पश्चिमी विक्षोभ से मौसम में बड़ा बदलाव
मौसम विभाग के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर के ऊपर बने चक्रवाती सिस्टम के कारण उत्तर भारत के कई हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि देखने को मिल सकती है। ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी भी संभव है। यह इस सीजन का पहला बड़ा पश्चिमी विक्षोभ है जो पूरे उत्तर भारत के मौसम को प्रभावित कर रहा है।
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हिमाचल-उत्तराखंड से लेकर दिल्ली तक असर
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में इस सिस्टम का असर सबसे ज्यादा दिखेगा। यहां अगले कुछ दिनों तक तेज बारिश होने की संभावना है, जिससे तापमान तेजी से गिरेगा और ठंडक का एहसास शुरू होगा। वहीं पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 7 अक्टूबर तक बारिश के साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है।
बिहार में फसलों पर पड़ा असर
बिहार में पिछले दो दिनों से हो रही लगातार बारिश ने जहां गर्मी से राहत दी है, वहीं किसानों की चिंता बढ़ा दी है। कई जिलों में हजारों एकड़ फसल पानी में डूब गई है। उत्तर बिहार की नदियों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसी स्थिति भी बन गई है। हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि 8 अक्टूबर के बाद बारिश में कमी आएगी और 9 अक्टूबर से मौसम शुष्क रहेगा।

बारिश के बाद बढ़ेगी ठंड
बारिश थमने के बाद रात का तापमान तेजी से गिरने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि इस बार सर्दी जल्दी दस्तक दे सकती है। अक्टूबर के मध्य से ही बिहार और उत्तर भारत के अन्य राज्यों में सुबह-शाम ठंड का एहसास शुरू हो जाएगा।
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मध्य और पश्चिम भारत में भी असर
मध्य भारत में अगले दो दिनों तक गरज-चमक के साथ बारिश जारी रहेगी। वहीं अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान ‘शक्ति’ अब कमजोर पड़ चुका है, लेकिन इसका असर गुजरात और राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश के रूप में देखने को मिलेगा।
मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस साल ठंड पिछले सालों की तुलना में ज्यादा कड़ाके की हो सकती है। तापमान सामान्य से नीचे जा सकता है और नवंबर से दिसंबर के बीच ठिठुरन भरी सर्दी देखने को मिल सकती है।
