Rs 2000 Notes Updates: भारतीय रिजर्व बैंक की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार 30 सितंबर 2025 तक ₹2000 के नोटों का मूल्य घटकर सिर्फ ₹5,884 करोड़ रह गया है। जब मई 2023 में इन्हें वापस लेने की घोषणा की गई थी तब यह आंकड़ा 3 .56 लाख करोड़ था। यह गिरावट साफ तौर पर बताती है कि जनता ने बड़ी मात्रा में इन नोटों को बैंकिंग सिस्टम में लौटा दिया है।
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2000 रुपये के नोट अभी भी हैं वैध मुद्रा
भले ही 2000 रुपये के नोटों को प्रचलन से बाहर कर दिया गया है, लेकिन इन्हें अभी भी कानूनी वैध मुद्रा माना जाता है। इसका अर्थ है कि कर्ज चुकाने या किसी वित्तीय दायित्व को पूरा करने में इनका इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि रोजमर्रा के लेन-देन में इनकी मौजूदगी लगभग न के बराबर रह गई है।
क्यों छापना हुआ बंद
2000 रुपये का नोट नवंबर 2016 की नोटबंदी के बाद तत्काल नकदी की कमी को पूरा करने के लिए पेश किया गया था। लेकिन जब 500 रुपये और अन्य छोटे मूल्यवर्ग के नोट पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हो गए तो रिजर्व बैंक ने 2018-19 में ही इसकी छपाई बंद कर दी। अधिकांश 2000 रुपये नोट 2017 से पहले जारी हुए थे और अब उनकी औसत आयु सीमा भी पूरी हो रही है।
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नोट बदलने और जमा कराने की सुविधाएं
आरबीआई (RBI) ने जनता की सुविधा के लिए अलग-अलग विकल्प दिए। 7 अक्टूबर 2023 तक देशभर की बैंक शाखाओं में इन नोटों को जमा करने और बदलने की सुविधा थी। 19 मई 2023 से आरबीआई के 19 निर्गम कार्यालय इन्हें बदलने की सुविधा दे रहे हैं। साथ ही, 9 अक्टूबर 2023 से आरबीआई के कार्यालय खातों में सीधे जमा कराने का विकल्प भी दे रहे हैं। इसके अलावा, डाकघर के माध्यम से भी लोग अपने 2000 रुपये के नोट आरबीआई कार्यालयों में भेजकर बैंक खाते में जमा करा सकते हैं।