नई दिल्ली: भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा 19 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। इस दौरे पर टीम इंडिया सबसे पहले तीन मैचों की ODI सीरीज खेलेगी, जिसके बाद पांच मैचों की T20I सीरीज होगी। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने ODI और पहले दो T20I मैचों के लिए अपनी प्लेइंग इलेवन का ऐलान कर दिया है। हालांकि पहले दो T20I में ग्लेन मैक्सवेल को जगह नहीं मिली है, लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि वह आखिरी तीन मैचों में मैदान पर उतर सकते हैं।
मैक्सवेल ने हाल ही में अपनी दाहिनी कलाई की सर्जरी करवाई है। उन्हें यह चोट न्यूजीलैंड के खिलाफ T20 सीरीज की तैयारियों के दौरान नेट्स में लगी थी, जब मिचेल ओवेन का शॉट उनके हाथ पर लगा। चोट के तुरंत बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया वापस भेजा गया और विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह लेने के बाद सर्जरी करने का फैसला हुआ। इसका उद्देश्य रिकवरी टाइम को कम करके चार हफ्ते में उन्हें फिट करना था।
29 और 31 अक्टूबर को कैनबरा और मेलबर्न में होने वाले पहले दो T20 मैचों के लिए मैक्सवेल को टीम में शामिल नहीं किया गया है। लेकिन 9 अक्टूबर को मेलबर्न में उन्होंने उम्मीद जताई कि वह आखिरी तीन मैचों में खेलने के लिए तैयार हो जाएंगे। तीसरा मैच 2 नवंबर को होबार्ट, चौथा 6 नवंबर को गोल्ड कोस्ट और अंतिम मैच 8 नवंबर को ब्रिस्बेन में खेला जाएगा।
मैक्सवेल ने कहा कि सर्जरी के बाद उन्हें भारत के खिलाफ सीरीज में खेलने की थोड़ी और उम्मीद मिली है। उन्होंने बताया कि उनके पास दो विकल्प थे या तो पूरी सीरीज छोड़ दें और सर्जरी न कराएं, या सर्जरी कराकर जल्द वापसी करें। उन्होंने सर्जरी का विकल्प चुनकर टीम की मदद करने की ठानी।
दर्द और कलाई की रिकवरी अब सबसे बड़ी चुनौती है। मैक्सवेल ने बताया कि उनका प्लास्टर हट गया है और अब वह प्लास्टिक की पट्टी पहनकर हाथ को सुरक्षित रखेंगे। उन्हें कलाई को धीरे-धीरे हिलाने की अनुमति मिल गई है। उन्होंने एक हैंड थेरेपिस्ट से मुलाकात की और कुछ बेसिक मूवमेंट्स शुरू किए, जो भले ही देखने में साधारण लगें, लेकिन कलाई की ताकत बढ़ाने में मदद करेंगे।
मैक्सवेल ने कहा कि अगर सब ठीक रहा, तो सीरीज के आखिरी मैच में खेलने से कोई अतिरिक्त जोखिम नहीं होगा। उनकी मुख्य चिंता केवल दर्द को मैनेज करना है, जो इस बात पर निर्भर करेगा कि बल्लेबाजी के दौरान कलाई कैसी महसूस करती है। ऑस्ट्रेलियाई टीम और फैंस दोनों ही इस दिग्गज खिलाड़ी की वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।