नई दिल्ली: भारत और वेस्टइंडीज के बीच दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, और ये निर्णय पूरी तरह सही साबित हुआ। भारतीय बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 5 विकेट के नुकसान पर 518 रन बना डाले। शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल ने शतकीय पारियों के साथ टीम को मजबूत शुरुआत दी, जबकि साई सुदर्शन ने भी 87 रनों की शानदार पारी खेली।
यशस्वी जायसवाल ने 258 गेंदों का सामना करते हुए 175 रन बनाए, जिसमें 22 चौके शामिल थे। दुर्भाग्यवश गलतफहमी की वजह से वह दोहरा शतक पूरा नहीं कर पाए और रन आउट हो गए। वहीं शुभमन गिल ने 196 गेंदों में 129 रन ठोककर अपनी टीम को स्थिरता दी। नितीश रेड्डी और ध्रुव जुरेल ने क्रमशः 43 और 44 रनों की उपयोगी पारियां खेली, जिससे भारत ने बड़ी स्कोरिंग पारी खेली।
वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज इस मुकाबले में पूरी तरह फ्लॉप साबित हुए। पहली पारी में उन्होंने कुल 318 गेंदें फेंकी, लेकिन एक भी विकेट नहीं ले पाए। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह केवल तीसरी बार हुआ है जब वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज 300 से ज्यादा गेंदें फेंककर बिना विकेट हासिल किए रहे। इससे पहले यह रिकॉर्ड 1972 में न्यूजीलैंड और 2016 में पाकिस्तान के खिलाफ दर्ज हुआ था।
वेस्टइंडीज की तरफ से जोमेल वॉरिकन ने सबसे अच्छे प्रदर्शन के साथ तीन विकेट चटकाए, जबकि रोस्टन चेज को केवल एक विकेट मिला। बाकी गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजों के आगे पूरी तरह नाकाम रहे और उनकी लाइन-लेंथ की कोई चुनौती नहीं बना पाए।
इस पारी से भारत ने अपने आत्मविश्वास को बढ़ाया है और अब वेस्टइंडीज को वापसी के लिए काफी मेहनत करनी होगी। भारतीय टीम की बल्लेबाजी ने साबित कर दिया कि अगर फ्लॉप गेंदबाजों का सामना किया जाए तो बड़े स्कोर बनाने में कोई मुश्किल नहीं होती।
भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए यह मैच उत्साह और रोमांच से भरपूर रहा। शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल की शतकीय पारियों ने दर्शकों का मन जीत लिया और टीम इंडिया को मजबूत स्थिति में ला दिया।