नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा वनडे मुकाबला 23 अक्टूबर को एडिलेड में खेला जाएगा। तीन मैचों की सीरीज में टीम इंडिया पहले ही पिछड़ चुकी है, और अब सीरीज में वापसी के लिए अगला मैच जीतना बेहद जरूरी है। नए वनडे कप्तान शुभमन गिल के लिए ये चुनौती काफी बड़ी है, क्योंकि उन्हें टीम को मैदान पर सही दिशा दिखानी होगी और जीत दिलानी होगी।
एडिलेड का मैदान भारतीय टीम के लिए किस्मत वाला माना जाता है। पिछले करीब 17 सालों में भारत ने यहां कोई वनडे नहीं हारा है। यानी, एडिलेड टीम इंडिया के लिए एक तरह का “फोर्टRESS” बन गया है। मैदान की यह परंपरा खिलाड़ियों को आत्मविश्वास देती है और उन्हें जीत के लिए प्रेरित करती है।
इतिहास की बात करें तो साल 2012 में आखिरी बार भारत को एडिलेड में हार का सामना करना पड़ा था। उस समय ट्राई सीरीज के दौरान श्रीलंका ने भारत को मात दी थी। उसके बाद से भारत ने यहां पांच वनडे खेले हैं और हर बार जीत दर्ज की है, जिससे टीम के मनोबल को मजबूती मिली है।
पहले वनडे में पर्थ की बारिश और खराब प्रदर्शन के कारण टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा। कप्तान शुभमन गिल और टीम के अनुभवी खिलाड़ियों को अब वापसी करनी है। खासकर गिल को अपनी पारी से टीम का रास्ता आसान बनाना होगा। यदि वह और टीम के खिलाड़ी संयम और फोकस के साथ खेलते हैं, तो एडिलेड का मैदान फिर से टीम इंडिया के लिए जीत का आधार बन सकता है।
बारिश की बाधा के बावजूद उम्मीद यह है कि दूसरा मैच पूरी तरह से खेला जाएगा। इससे दोनों टीमों को अपनी ताकत दिखाने का पर्याप्त मौका मिलेगा। अगर भारतीय खिलाड़ी अपनी रणनीति और खेल पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो सीरीज में वापसी का रास्ता साफ हो जाएगा। एडिलेड की ये लकी कहानी टीम इंडिया के लिए नई ऊर्जा का संकेत भी बन सकती है।
