Gold Price: सोने की कीमतों में उछाल का सबसे बड़ा कारण वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और भारतीयों की पारंपरिक खरीदारी की आदतें हैं। Aspect Bullion & Refinery के CEO दर्शन देसाई का कहना है कि सुरक्षित निवेश की डिमांड लगातार बनी रहेगी और यही सोने की कीमतों को मजबूती देगा।
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त्योहार और शादी के सीजन का असर
भारतीय बाजार में सोना सिर्फ निवेश नहीं बल्कि परंपरा और भावनाओं से जुड़ा है। CaratLane के MD सौमेन भौमिक कहते हैं कि जैसे ही कीमतें थोड़ी गिरती हैं, लोग तुरंत खरीदारी करते हैं। त्योहार और शादियों की मांग सोने के दामों को सपोर्ट करती है।
विशेषज्ञों की राय
Indian Bullion & Jewellers Association की वाइस प्रेसिडेंट अक्षा कम्बोज का कहना है कि मार्केट का सही लो पकड़ना मुश्किल है, इसलिए बेहतर है कि लोग किस्तों में सोना खरीदें। वहीं Aspect Bullion के दर्शन देसाई सुझाव देते हैं कि खरीदार कुल बजट का 25% अभी लगाएं और 2–5% की गिरावट पर और खरीदारी करें।
ग्लोबल प्रोजेक्शन
फिलहाल सोना 3,650 डॉलर प्रति औंस पर है और निकट भविष्य में यह 3,700 से 3,800 डॉलर तक जा सकता है। Swiss Asia Capital का अनुमान है कि 2032 तक सोना 229% बढ़कर 3.61 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है। वहीं गोल्डमैन सैक्स ने 37% बढ़ोतरी की संभावना जताई है, जबकि सिटीग्रुप 9.6% की बढ़त का अनुमान लगा रहा है।
निवेशकों के लिए सही रणनीति
विशेषज्ञ मानते हैं कि एकमुश्त सोना खरीदने से बचना चाहिए। छोटे-छोटे निवेश करें, 20–30% अभी खरीद लें और बाकी कैश रिजर्व रखें। सोने में मीडियम टर्म में तेजी रहने की संभावना है, इसलिए निवेश से पूरी तरह बाहर रहना सही नहीं है।
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गोल्ड पर वैश्विक संस्थानों का अनुमान
संस्था अनुमानित कीमत (प्रति औंस) संभावित बदलाव
Bank of America $3,650 0%
Citigroup $4,000 9.60%
Goldman Sachs $5,000 37.00%
Swiss Asia (2032 तक) $8,000–$12,000 119% से 229%