कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से जुड़ी एक अहम खबर उन सभी निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए राहत लेकर आई है जिनका पीएफ कटता है। EPFO इस वित्त वर्ष 2025-26 में अपने निवेश से भारी मुनाफा कमाने की तैयारी में है। माना जा रहा है कि यह मुनाफा सीधे तौर पर कर्मचारियों को मिलने वाले ब्याज पर असर डाल सकता है।
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EPFO का ETF निवेश भुनाने की योजना
सूत्रों के अनुसार, EPFO चालू वित्त वर्ष के दौरान केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (CPSE) और भारत-22 एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETF) में अपने निवेश को भुनाने के लिए अपने बोर्ड से मंजूरी लेने जा रहा है। हालांकि, अन्य ETF योजनाओं में निवेश को फिलहाल बरकरार रखा जाएगा। EPFO इन योजनाओं में निवेश की अवधि को चार साल से बढ़ाकर पांच साल करने की तैयारी में है, ताकि लंबी अवधि में अधिक लाभ अर्जित किया जा सके।
17,237 करोड़ रुपये का पूंजीगत लाभ कर्मचारियों को होगा फायदा
अगर बोर्ड इस प्रस्ताव को मंजूरी देता है, तो EPFO को करीब 17,237 करोड़ रुपये का पूंजीगत लाभ होगा। यह राशि कर्मचारियों के ब्याज खाते में जोड़ी जाएगी, जिससे PF खाताधारकों को अधिक ब्याज मिलने की संभावना बढ़ जाएगी। यानी प्राइवेट कर्मचारियों के खाते में इस साल अधिक ब्याज राशि क्रेडिट हो सकती है।
EPFO 3.0 परियोजना से डिजिटल ढांचे में बड़ा बदलाव
EPFO इस साल अपने नए डिजिटल प्रोजेक्ट “EPFO 3.0” के लिए भी बोर्ड से मंजूरी लेने वाला है। यह परियोजना संगठन के आईटी ढांचे और डिजिटल सिस्टम में बड़े बदलाव लाने के लिए तैयार की गई है। इसके तहत गिग और प्लेटफॉर्म वर्कर्स को भी सामाजिक सुरक्षा लाभों के दायरे में लाने की योजना है। इसके अलावा, यह सिस्टम अधिक ग्राहकों को जोड़ने और कार्यभार को प्रभावी ढंग से संभालने में मदद करेगा, खासकर जब सामाजिक सुरक्षा संहिता 2020 लागू होगी।
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रविवार को होगी महत्वपूर्ण बैठक
EPFO का केंद्रीय न्यासी बोर्ड (CBT) रविवार को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित करने जा रहा है। इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया करेंगे। बैठक में लगभग 18 प्रमुख एजेंडा विषयों पर चर्चा की जाएगी। CBT, EPFO का सर्वोच्च निर्णय लेने वाला निकाय है जिसमें केंद्र और राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ नियोक्ताओं और कर्मचारियों के प्रतिनिधि शामिल होते हैं।