नई दिल्ली: एशिया कप 2025 के छठे मुकाबले में भारतीय क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान को 7 विकेट से हराकर जोरदार जीत दर्ज की थी। इस मैच के बाद एक अनोखा विवाद खड़ा हो गया—भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तान टीम से हाथ नहीं मिलाया। इसी को लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने आईसीसी (ICC) से शिकायत भी दर्ज कराई। हालांकि, आईसीसी ने इस मामले में किसी तरह की कार्रवाई नहीं की और PCB को निराशा हाथ लगी।
अफरीदी का विवादित बयान
इस मुद्दे पर पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने एक बार फिर राजनीति को घसीटा। उन्होंने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि “भारत की मौजूदा सरकार सत्ता में बने रहने के लिए हिंदू-मुस्लिम कार्ड खेलती है।” इतना ही नहीं, अफरीदी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की तारीफ करते हुए उन्हें “पॉजिटिव सोच वाला नेता” बताया, जो पाकिस्तान से बातचीत के पक्षधर हैं।
आतंकवादी हमले और जवाबी कार्रवाई
याद दिला दें कि अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिक मारे गए थे। इसके बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान को कड़ा जवाब दिया। यही वजह रही कि एशिया कप में भारत-पाक मैच को लेकर पहले से ही माहौल गर्म था।
बहिष्कार की मांग और ‘नो हैंडशेक’
मैच से पहले सोशल मीडिया पर #BoycottINDvsPAK ट्रेंड कर रहा था। कई फैंस और संगठनों ने भारत-पाक मैच का विरोध किया। कहा जा रहा है कि इसी जनदबाव के चलते खिलाड़ियों ने हाथ न मिलाने का फैसला किया। अफरीदी का मानना है कि यह खिलाड़ियों का व्यक्तिगत फैसला नहीं बल्कि ऊपर से मिले निर्देश थे।
ICC का रुख
इस विवाद के बीच PCB ने मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट को हटाने की मांग की, लेकिन ICC ने साफ इनकार कर दिया। इससे पाकिस्तान की स्थिति और असहज हो गई।