चुनावी मौसम में नागरिकता का मुद्दा गरमाता रहता है। तो वही नागरिकता को लेकर अक्सर बहस होती रहती है। क्योंकि कई कई देशों से आए लोग फर्जी तरीके से कुछ दस्तावेज को बनवा लते हैं। हाल में बिहार चुनाव से पहले एक बार फिर नागरिकता का मुद्दा चर्चा में है। अक्सर लोग यह मान लेते हैं कि आधार कार्ड, वोटर आईडी या ड्राइविंग लाइसेंस ही नागरिकता का प्रमाण है, लेकिन हकीकत इससे अलग है। भारत में नागरिकता साबित करने के लिए कोई एकल दस्तावेज़ नहीं है। हालांकि, कुछ कागज़ात ऐसे हैं जिन्हें विशेष परिस्थितियों में नागरिकता का सबूत माना जाता है। जिसकी आप को जानकारी होनी चाहिए।
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पासपोर्ट – नागरिकता का सबसे मजबूत प्रमाण
भारतीय पासपोर्ट नागरिकता साबित करने वाला सबसे विश्वसनीय दस्तावेज़ है। इसे केवल भारतीय नागरिकों को ही जारी किया जाता है और इसमें नागरिकता का स्पष्ट उल्लेख होता है। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी पासपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मान्यता मिली हुई है।
नेचुरलाइजेशन और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट
यह दस्तावेज़ खासतौर पर विदेशी नागरिकों को भारत की नागरिकता देने के लिए गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए जाते हैं। नागरिकता अधिनियम 1955 की धारा 5 और 6 के तहत मिलने वाले ये सर्टिफिकेट स्पष्ट रूप से बताते हैं कि संबंधित व्यक्ति को भारत की नागरिकता दी गई है।
बर्थ सर्टिफिकेट – आंशिक प्रमाण
जन्म प्रमाण पत्र व्यक्ति का जन्मस्थान और जन्मतिथि दर्शाता है। अगर माता-पिता भारतीय नागरिक हों और नागरिकता अधिनियम की शर्तें पूरी करते हों तो यह नागरिकता का आंशिक सबूत बन सकता है। लेकिन अकेले जन्म प्रमाण पत्र को नागरिकता का पूर्ण प्रमाण नहीं माना जाता।
नेशनलिटी सर्टिफिकेट
भारत में “नेशनलिटी सर्टिफिकेट” की व्यवस्था है, लेकिन यह हर किसी को नहीं मिलता। इसे जिला अधिकारी, राज्य सरकार या गृह मंत्रालय विशेष मामलों में जारी करते हैं। इसमें साफ तौर पर लिखा होता है कि संबंधित व्यक्ति भारतीय नागरिक है।
ऐसे सर्टिफिकेट बहुत कम जारी होते हैं, इसलिए इसके आधिकारिक आंकड़े भी उपलब्ध नहीं हैं। आमतौर पर यह प्रमाण पत्र तब काम आता है जब किसी व्यक्ति को नौकरी, शिक्षा या कानूनी प्रक्रिया में अपनी नागरिकता सिद्ध करनी होती है।
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कौन-से दस्तावेज़ नागरिकता साबित नहीं करते
- आधार कार्ड: यह केवल पहचान और पते का दस्तावेज़ है, नागरिकता का नहीं।
- मतदाता पहचान पत्र (Voter ID): यह वोट डालने का अधिकार देता है, लेकिन नागरिकता का सबूत नहीं है।
- ड्राइविंग लाइसेंस: यह केवल वाहन चलाने की अनुमति देता है, नागरिकता साबित नहीं करता।