नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के ‘हिटमैन’ रोहित शर्मा ने बतौर कप्तान वनडे क्रिकेट में वो मुकाम हासिल किया है, जो बहुत कम भारतीय कप्तान कर पाए हैं। उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने ना सिर्फ कई बड़ी जीत दर्ज कीं, बल्कि कई ऐतिहासिक रिकॉर्ड भी बनाए। रोहित की नेतृत्व क्षमता का असर इतना गहरा था कि भारत ने आईसीसी टूर्नामेंट्स में भी दबदबा कायम रखा। चैंपियंस ट्रॉफी और एशिया कप जैसे बड़े खिताब उनके नाम पर दर्ज हैं।
टी20 विश्व कप जीतने के बाद भले ही रोहित शर्मा ने टी20 फॉर्मेट से संन्यास ले लिया हो, लेकिन वनडे और टेस्ट की कप्तानी छोड़ने के बावजूद उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। वनडे में बतौर कप्तान रोहित ने टीम इंडिया को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उन्होंने अपनी कप्तानी में भारत के लिए कुल 56 वनडे मैच खेले, जिनमें 42 में जीत दर्ज की और सिर्फ 12 में हार झेली। एक मैच टाई और एक बिना नतीजे के रहा। यानी लगभग 76% जीत का रिकॉर्ड जो किसी भी बड़े कप्तान के लिए गौरव की बात है।
रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने एशिया कप 2023 और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जैसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट अपने नाम किए। वनडे वर्ल्ड कप 2023 में भी भारत ने फाइनल तक का सफर बिना कोई मैच गंवाए तय किया था, हालांकि ऑस्ट्रेलिया ने खिताब जीत लिया। फिर भी रोहित की कप्तानी में भारत ने आईसीसी टूर्नामेंट्स में कुल 27 मैच जीते और सिर्फ 3 गंवाए है। यह आंकड़ा उनकी रणनीतिक समझ और लीडरशिप स्किल्स का बड़ा सबूत है।
सिर्फ कप्तानी ही नहीं, बल्लेबाजी में भी रोहित ने सबका दिल जीता। बतौर कप्तान उन्होंने 55 पारियों में 2506 रन बनाए, जिनमें 5 शतक और 17 अर्धशतक शामिल हैं। उनका औसत 52.20 का रहा, जबकि सबसे बड़ा स्कोर नाबाद 208 रन था। खास बात यह रही कि वह दुनिया के इकलौते कप्तान हैं जिन्होंने तीनों आईसीसी लिमिटेड ओवर टूर्नामेंट्स में ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का अवॉर्ड जीता।
अब नजरें ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हैं, जहां भारत 19 अक्टूबर से तीन वनडे मैचों की सीरीज खेलेगा और फिर 29 अक्टूबर से पांच टी20 मुकाबलों की शुरुआत होगी। यह दौरा युवा कप्तान शुभमन गिल के नेतृत्व में खेला जाएगा, जबकि रोहित शर्मा बतौर वरिष्ठ खिलाड़ी टीम में अपना अनुभव साझा करेंगे।