नई दिल्ली: क्रिकेट की दुनिया में सबसे तेज शतक की चर्चा अक्सर कम गेंदों पर बने शतकों तक सीमित रहती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सबसे कम समय में शतक बनाने का रिकॉर्ड किसके नाम है? यह अद्भुत कारनामा किया था इंग्लैंड के ऑलराउंडर ग्लेन चैपल ने। 15 जुलाई 1993 को फर्स्ट क्लास मैच में ग्लेमोर्गन के खिलाफ चैपल ने जो धमाका किया, वह आज 32 साल बाद भी अटूट है।
लंकाशर की ओर से खेलते हुए चैपल ने दूसरी पारी में पारी की शुरुआत करते ही मैदान पर आग लगा दी। उन्होंने केवल 21 मिनट और 27 गेंदों में शतक जड़ दिया। इस पारी में उन्होंने 10 चौके और 9 छक्के लगाए। अगर समय की बात करें, तो यह अब तक फर्स्ट क्लास क्रिकेट का सबसे तेज शतक है।
इससे पहले यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के टॉम मूडी के नाम था, जिन्होंने 1990 में वारविकशायर के खिलाफ सिर्फ 26 मिनट में शतक बनाया था। चैपल ने मूडी का रिकॉर्ड तोड़ते हुए नया इतिहास रच दिया। उनकी इस तूफानी पारी ने क्रिकेट फैंस के दिलों में हमेशा के लिए जगह बना ली।
मैच की बात करें तो पहली पारी में लंकाशर ने 310 रन बनाए थे और ग्लेमोर्गन ने 303 रन बनाकर पारी घोषित की थी। चैपल की धमाकेदार पारी की मदद से लंकाशर ने सिर्फ 12 ओवर में 235 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। ग्लेमोर्गन को जीत के लिए 243 रन चाहिए थे, जिसे उन्होंने 52.1 ओवर में ही हासिल कर लिया। हालांकि चैपल का शतक टीम को जीत नहीं दिला पाया, लेकिन यह पारी क्रिकेट इतिहास में हमेशा याद रखी जाएगी।
ग्लेन चैपल का घरेलू करियर शानदार रहा, लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट में उनका अनुभव कुछ खास नहीं रहा। उन्होंने 2006 में इंग्लैंड के लिए वनडे डेब्यू किया, लेकिन चोट के कारण सिर्फ चार ओवर के बाद मैदान छोड़ना पड़ा। इसके बाद उन्हें कभी इंग्लैंड की जर्सी पहनने का मौका नहीं मिला।
आज 32 साल बाद भी चैपल का यह रिकॉर्ड कायम है। तेजतर्रार क्रिकेट और T20 के दौर में भी कोई खिलाड़ी इतनी कम समय में शतक नहीं जड़ पाया। यही वजह है कि क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह पारी एक लीजेंडरी किस्से की तरह है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।