नई दिल्ली: भारत और वेस्टइंडीज के बीच एंटिगुआ में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में टॉस वेस्टइंडीज ने जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। लेकिन असली चर्चा भारतीय कप्तान शुभमन गिल की प्लेइंग XI को लेकर रही। गिल ने चौंकाते हुए टीम से स्टार ऑलराउंडर अक्षर पटेल को बाहर रखा और नितीश कुमार रेड्डी को टेस्ट डेब्यू का मौका दिया। यह कदम टीम मैनेजमेंट की नई सोच और रणनीति को साफ़ दर्शाता है।
भारतीय टीम ने इस मुकाबले में तीन स्पिनर खिलाने का बड़ा दांव खेला है। रविंद्र जडेजा, कुलदीप यादव और वाशिंगटन सुंदर को एक साथ शामिल किया गया है, जबकि तेज गेंदबाजी का जिम्मा जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के कंधों पर होगा। इस संयोजन से साफ है कि भारत ने कैरेबियाई परिस्थितियों में भी स्पिन के दम पर बढ़त बनाने का प्लान बनाया है।
वहीं, कप्तान शुभमन गिल ने टॉस हारने के बाद कहा कि टीम की तैयारी शानदार रही है और सभी खिलाड़ी बेहतरीन फॉर्म में हैं। गिल का मानना है कि शुरुआती ओवरों में गेंदबाजों को थोड़ी मदद मिल सकती है लेकिन भारतीय टीम बैलेंस्ड है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि घरेलू मैदान पर होने वाली सीरीज से पहले टीम हर टेस्ट जीतकर आत्मविश्वास बढ़ाना चाहती है।
अगर वेस्टइंडीज की बात करें तो उनकी टीम 23 साल और 25 टेस्ट मैचों से भारत के खिलाफ कोई जीत हासिल नहीं कर पाई है। इस बार रोस्टन चेज़ की कप्तानी में कैरेबियाई टीम मैदान पर उतरी है और उनके लिए यह सीरीज खुद को साबित करने का बड़ा मौका है। वहीं, भारत के लिए शुभमन गिल की कप्तानी एक नया अध्याय खोल सकती है।
भारतीय प्लेइंग XI में यशस्वी जयसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, शुभमन गिल (कप्तान), ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), रविंद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर, नितीश रेड्डी, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज शामिल हैं। वहीं, वेस्टइंडीज की ओर से तेज नारायण चंद्रपॉल, जॉन कैंपबेल और शाई होप जैसे बल्लेबाज टीम को मजबूत करने की कोशिश करेंगे।
यह मैच सिर्फ जीत-हार का नहीं बल्कि दोनों टीमों के लिए टेस्ट क्रिकेट में अपनी नई पहचान बनाने का भी है। भारत जहां स्पिन तिकड़ी के साथ प्रयोग कर रहा है, वहीं वेस्टइंडीज पुरानी हार का बदला लेने के इरादे से मैदान में उतरी है।