नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट के प्रमुख चेहरे गौतम गंभीर ने एक ऐसा इतिहास रच दिया है, जो हमेशा याद रखा जाएगा। एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए रोमांचक फाइनल में भारतीय टीम ने 5 विकेट से जीत हासिल की। इस जीत के साथ ही गंभीर ने दुनिया के पहले क्रिकेटर होने का गौरव प्राप्त किया, जिन्होंने खिलाड़ी और कोच दोनों की भूमिका में ICC और एशिया कप का खिताब अपने नाम किया।
खिलाड़ी के रूप में गंभीर ने भारतीय टीम के लिए कई महत्वपूर्ण ट्रॉफी जीती हैं। उन्होंने 2007 में टी20 वर्ल्ड कप, 2010 में एशिया कप और 2011 में वनडे विश्व कप में भारत को जीत दिलाई। उनकी खेल यात्रा शानदार रही, लेकिन कोच के रूप में भी उन्होंने अपनी कप्तानी कौशल से टीम इंडिया को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया। मार्च 2025 में ICC चैंपियंस ट्रॉफी और सितंबर 2025 में एशिया कप जीत कर उन्होंने यह साबित कर दिया कि गंभीर सिर्फ मैदान पर ही नहीं, बल्कि ड्रेसिंग रूम में भी विजेता हैं।
अगर तुलना की जाए, तो रवि शास्त्री ने भी खिलाड़ी और कोच दोनों के रूप में कुछ टूर्नामेंट जीते हैं। वह खिलाड़ी के रूप में ICC ट्रॉफी और एशिया कप जीत चुके हैं, और 2018 में कोच के रूप में एशिया कप की ट्रॉफी अपने नाम की। लेकिन मुख्य कोच के तौर पर उन्होंने ICC ट्रॉफी नहीं जीती। ऐसे में गौतम गंभीर की यह उपलब्धि और भी खास बन जाती है।
गंभीर के नेतृत्व में भारत ने 2025 की ICC चैंपियंस ट्रॉफी में सभी मुकाबले जीते। उसी साल एशिया कप में भी भारत ने सात में से सात मैच जीतकर ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। इस जीत के साथ भारत ने एशिया कप का खिताब नौवीं बार अपने नाम किया। भारतीय टीम एशिया कप की सबसे सफल टीम बनी, और गंभीर ने कोच के रूप में अपनी रणनीति और खेल की समझ का लोहा मनवाया।
हालाँकि, एशिया कप के फाइनल में भारत की जीत के बावजूद एक अजीब घटना हुई। विजेता टीम को ट्रॉफी नहीं दी गई क्योंकि पाकिस्तान के मंत्री और ACC अध्यक्ष मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने का भारत ने इनकार कर दिया। इस विवाद के बावजूद टीम इंडिया ने बिना ट्रॉफी के ही अपनी शानदार जीत का जश्न मनाया।
गौतम गंभीर की यह उपलब्धि न सिर्फ भारतीय क्रिकेट के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह खिलाड़ियों और कोचों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बन गई है। खिलाड़ी से लेकर कोच तक, गंभीर ने साबित कर दिया कि जुनून और मेहनत से हर मुकाम हासिल किया जा सकता है।