नई दिल्ली: जब भी भारत और पाकिस्तान क्रिकेट के मैदान पर आमने-सामने आते हैं, दर्शकों का उत्साह अपने चरम पर होता है। और जब यह भिड़ंत फाइनल में हो, तो रोमांच और भी बढ़ जाता है। एशिया कप 2025 में एक बार फिर दोनों टीमों का आमना-सामना होने वाला है और यह मुकाबला 28 सितंबर को खेला जाएगा। फॉर्म की नजर से टीम इंडिया का पलड़ा भारी लग सकता है, लेकिन ऐतिहासिक आंकड़े कुछ और ही कहानी बयां करते हैं।
इस एशिया कप में भारत ने अपने प्रदर्शन से सभी का ध्यान खींचा है। पहले पाकिस्तान और फिर बांग्लादेश को मात देकर भारत ने फाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित की। वहीं पाकिस्तान ने भी बांग्लादेश और श्रीलंका को हराकर खिताबी मुकाबले का रास्ता साफ किया। दोनों टीमों की यह तीसरी भिड़ंत है इस टूर्नामेंट में, लेकिन फाइनल की बात हमेशा अलग होती है।
अंकड़ों की बात करें तो भारत और पाकिस्तान ने अब तक कुल पांच बार फाइनल में आमना-सामना किया है। इसमें पाकिस्तान तीन बार विजेता रही है और भारत को केवल दो बार जीत मिली है। यह आंकड़े वनडे और टी20 दोनों फॉर्मेट को मिलाकर हैं। यानी इतिहास बताता है कि फाइनल में दबाव पाकिस्तान के पक्ष में रहा है।
पहला फाइनल मुकाबला 1985 में वेंसन एंड हेजस वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ क्रिकेट में खेला गया था जिसमें भारत ने जीत हासिल की थी। इसके बाद 1986 और 1994 में हुए एशिया कप फाइनल में पाकिस्तान विजेता रही। टी20 फॉर्मेट में भारत और पाकिस्तान ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में टकराया और भारत ने विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया।
2017 में ICC चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल फिर से भारत और पाकिस्तान के बीच खेला गया, जिसमें भारत ने जीत दर्ज की। अगर वनडे और टी20 दोनों फॉर्मेट को देखा जाए, तो वनडे में चार बार फाइनल मुकाबला हुआ जिसमें तीन बार पाकिस्तान ने बाज़ी मारी। वहीं टी20 फाइनल में भारत ने एक बार जीत दर्ज की है।
इस बार का मुकाबला दर्शकों के लिए और भी रोमांचक होने वाला है। फॉर्म, इतिहास और दबाव, तीनों ही टीमों के खेल पर असर डालेंगे। भारतीय टीम का फोकस इतिहास को दोहराने और खिताब अपने नाम करने पर होगा, जबकि पाकिस्तान हर हाल में अपनी जीत की परंपरा कायम रखना चाहेगी।