Xiaomi Mi Mix Alpha: अगर आप ऐसे फोन का इंतज़ार कर रहे थे जो दिखने में बिल्कुल अलग हो और फीचर्स में पूरी तरह से फ्यूचरिस्टिक लगे, तो Xiaomi का Mi Mix Alpha वही स्मार्टफोन था जिसने साल 2019 में पूरी दुनिया को चौंका दिया था। यह कोई आम फोन नहीं था बल्कि एक ऐसा कॉन्सेप्ट फोन था जिसमें 360-डिग्री सराउंड डिस्प्ले, 108MP का कैमरा और दमदार परफॉर्मेंस का कॉम्बिनेशन था। लेकिन अफसोस की बात यह है कि यह फोन सिर्फ “भविष्य की झलक” बनकर ही रह गया और इसे कभी मार्केट में लॉन्च नहीं किया गया।
360-डिग्री सराउंड डिस्प्ले
Mi Mix Alpha की सबसे बड़ी खासियत इसका सराउंड डिस्प्ले था, जो सामने से शुरू होकर फोन के पीछे तक फैला हुआ था। इसका 180.6% स्क्रीन-टू-बॉडी रेश्यो उस वक्त किसी ने सोचा भी नहीं था। साइड्स पर कोई फिजिकल बटन नहीं थे, बल्कि प्रेशर-सेंसिटिव वर्चुअल बटन दिए गए थे। इस फोन को हाथ में पकड़ते ही ऐसा लगता था जैसे आप पूरी तरह एक स्क्रीन को होल्ड कर रहे हों। यह डिज़ाइन वाकई स्मार्टफोन इंडस्ट्री के लिए एक नई दिशा थी।
108MP का पहला कैमरा फोन
कैमरे की बात करें तो Mi Mix Alpha उस वक्त दुनिया का पहला स्मार्टफोन था जिसमें 108MP Samsung ISOCELL Bright HMX सेंसर लगाया गया था। इसमें फ्रंट कैमरा नहीं था, क्योंकि इसके सराउंड डिस्प्ले की वजह से यूज़र पीछे वाला कैमरा ही सेल्फी के लिए इस्तेमाल कर सकता था। चाहे आप डिटेल्ड डे-लाइट शॉट्स लें या लो-लाइट फोटोग्राफी करें, इसका कैमरा हर तस्वीर को प्रोफेशनल टच देता था।
दमदार परफॉर्मेंस और स्पेसिफिकेशन्स
Mi Mix Alpha सिर्फ डिज़ाइन और कैमरे तक सीमित नहीं था। इसमें Qualcomm Snapdragon 855+ प्रोसेसर, 12GB RAM और 512GB स्टोरेज दी गई थी। यह कॉम्बिनेशन उस वक्त किसी भी फ्लैगशिप स्मार्टफोन को टक्कर देने के लिए काफी था। हैवी गेमिंग, मल्टीटास्किंग और हाई-एंड ऐप्स सब कुछ इस फोन पर आसानी से चलता था।
बैटरी और चार्जिंग
इस फोन में 4050mAh की बैटरी दी गई थी जो अपने समय के हिसाब से काफी अच्छी थी। इसके साथ 40W फास्ट चार्जिंग का सपोर्ट भी मौजूद था। हालांकि आज के मुकाबले यह चार्जिंग स्पीड धीमी लग सकती है, लेकिन उस समय यह एक बड़ा अपग्रेड माना जाता था।
भारत में क्यों नहीं आया?
Xiaomi ने Mi Mix Alpha को एक कॉन्सेप्ट फोन के तौर पर ही रखा। इसका प्रोडक्शन बहुत महंगा था और कीमत करीब ₹2 लाख से भी ज्यादा हो सकती थी। इसके साथ ही इतने जटिल सराउंड डिस्प्ले और टेक्नोलॉजी को मास प्रोडक्शन में लाना लगभग नामुमकिन था। यही वजह रही कि कंपनी ने इसे सिर्फ प्रदर्शित किया, लेकिन कभी मार्केट में उतारा नहीं। भारत में इसे शोकेस किया गया था, लेकिन बिक्री के लिए उपलब्ध नहीं कराया गया।