PAN Card Case: आज के समय कई सारे फ्रॉड हो रहे हैं इसका कारण डिजिटल दौर हैं लेकिन एक गजब का मामला गोरखपुर से आया है जहां पर दो शख्स के पैन कार्ड नंबर समान निकला है। जिसके बारे में अधिकारी जानकार दंग रह गए। मामले की जानकारी तब सामने आई, जब पैन कार्ड नंबर पर लाखों की नगद जमा और निकासी हुई। बता दें गोरखपुर के अधिवक्ता संजय कुमार मिश्र को 17 साल के बाद पता चला कि उनका पैन कार्ड नंबर दूसरे को भी जारी हुआ है। इसके साथ बैंक ऑफ महाराष्ट्र के बैंक खाते में लाखों का लेनदेन उनके पैन कार्ड नंबर ATEPM3237C पर हुआ।
वहीं छानबीन में पता चला की बैंक खाता तो बस्ती के संजय कुमार मिश्रा का है, लेकिन पैन कार्ड नंबर एक समान हैं। फर्क सिर्फ पता और जारी साल में है 2 शख्स को एक पैन कार्ड नंबर कैसे जारी हो गया, इस बारे में इनकम टैक्स विभाग ने जांच कर रही है।
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जानें क्या मिली जानकारी
चौरा चौरा के रामपुर रकबा निवासी संजय कुमार मिश्र दिवानी न्यायालय में अधिवक्ता ने बताया कि इनकम टैक्स विभाग ने 14 मार्च 2008 को उनको ATEPM3237C नंबर का पैनकार्ड जारी किया गया। इसी पैन कार्ड पर वह इनकम टैक्स फाइल करते हैं। 10 दिन पहले पहल रिटर्न दाखिल करने पर पता चला कि उनके पैन कार्ड नंबर पर 15.75 लाख रुपए की सविंगग में नकदम जमा हुआ है। इसमें से 13 लाख रूपए की एफडी की गई है।
बता दें अधिवक्ता ने बैंक की शाखास से संपर्क किया तो बताया गया कि मामला बस्ती जनपद से जुड़ा है। मंगलवार को वकील बस्ती गए। खाते की जांच से पता चला कि दोनों पैन कार्डनंबर एक समान हैं। इसका पता अलग है। खातें में लिंक पैन कार्ड 11 फरवरी 2009 में जारी किया गया था। वहीं पैन कार्ड का नाम, पिता का नाम और जन्मतारीख एक ही है। आधार कार्ड से जानकारी मिली कि दूसरा शख्स बस्ती का निवासी है। एक नंबर से दो पैन कार्ड जारी नहीं हो सकता है इसकी शिकायत इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों से की जाएगी।
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ब्रांच मैनेजर ने नहीं बताया अकाउंट नंबर
बैंक ऑफ महाराष्ट्र की बस्ती शाखा क मैनेजर ने वकील को खाता नंबर देने से मना कर दिया। उनके आलेदन पर एक लेटर लिखकर दिया गया है। इसमें उन्होने लिखा है कि जिस शख्स का खाता है वह बस्ती का रहने वाले हैं। साल 2009 के अप्रैल में खाता चालू किया गया था। राम के संजय कुमार मिश्र से इसका कोई भी संबंध नहीं है।