नई दिल्ली: सचिन तेंदुलकर का नाम इंटरनेशनल क्रिकेट के इतिहास में हमेशा चमकता रहेगा। 24 साल तक भारतीय टीम के लिए खेलने वाले सचिन ने अपनी बल्लेबाजी से दुनिया को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है, और उन्हें ‘क्रिकेट का भगवान’ कहा जाता है।
हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व धाकड़ क्रिकेटर माइकल हसी ने एक हैरतअंगेज बयान दिया। हसी ने मजाकिया अंदाज में कहा कि अगर उन्हें कम उम्र में ऑस्ट्रेलिया की टीम में खेलने का मौका मिलता, तो शायद वे सचिन तेंदुलकर से पांच हज़ार रन ज्यादा बना लेते। हालांकि यह दावा हसी ने हल्के-फुल्के अंदाज में किया था, लेकिन क्रिकेट फैंस के लिए यह चर्चा का विषय बन गया।
हसी ने अपने इंटरनेशनल करियर की बात भी साझा की। उन्होंने 28 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलिया के लिए डेब्यू किया और फरवरी 2004 से जनवरी 2013 तक 302 इंटरनेशनल मैच खेले। इस दौरान उन्होंने 49.00 के औसत से 12,398 रन बनाए, जिसमें 22 शतक और 72 अर्धशतकीय पारियां शामिल हैं। हसी ने यूट्यूब चैनल ‘द ग्रेड क्रिकेटर’ से बातचीत में कहा कि अगर उन्हें जल्दी मौका मिलता, तो वे सचिन से आगे निकल सकते थे, लेकिन उन्होंने अपने करियर में समय पर चयन की वजह से अपने गेम की गहरी समझ हासिल की।
सचिन तेंदुलकर की बात करें तो, उन्होंने मात्र 16 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया और 24 साल में कई रिकॉर्ड्स अपने नाम किए। 664 मैचों में 34,357 रन बनाने वाले सचिन ने टेस्ट में 51 और वनडे में 49 शतक जमाए। वह 100 इंटरनेशनल सेंचुरी बनाने वाले इकलौते क्रिकेटर हैं।
सचिन की उपलब्धियां सिर्फ व्यक्तिगत नहीं हैं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के गौरव को भी दर्शाती हैं। उनके शतक, रिकॉर्ड और लंबा करियर हर युवा क्रिकेटर के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। यही कारण है कि आज भी उन्हें ‘क्रिकेट का भगवान’ कहा जाता है और उनकी तुलना किसी भी महान बल्लेबाज से की जाती है।
क्रिकेट जगत में सचिन और हसी की चर्चा हमेशा जीवंत रहती है। हसी का मजाकिया बयान सचिन की महानता को कम नहीं करता, बल्कि यह दर्शाता है कि सचिन की तुलना करना ही किसी बल्लेबाज के लिए चुनौती है।