Download E-PAN. अगर आपके इनबॉक्स में कोई ईमेल आए जिसमें लिखा हो “आपका नया PAN 2.0 तैयार है, यहां क्लिक करें और डाउनलोड करें”, तो अलर्ट हो जाइए। यह कोई सरकारी मेल नहीं बल्कि एक खतरनाक फिशिंग स्कैम है, जिसके जरिए आपकी निजी और बैंकिंग जानकारी चुराई जा रही है। सरकार के प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) और आयकर विभाग ने साफ चेतावनी दी है कि ऐसा कोई ईमेल असली नहीं है और इसे तुरंत डिलीट कर देना चाहिए।
आप को बता दे ऐसे कई मामले सामने आए है, जिससे फोन को हैक करके बैंक खाते को पूरी तरह से साफ हो रहा है। आप को पैन कार्ड 2.0 पर हो रहे इस स्कैम पर अलर्ट हो जाना चाहिए, इसके साथ ही यहां पर जरूरी जानकारी को जान सकते हैं।
जानिए ‘PAN 2.0’ स्कैम?
हाल ही में साइबर ठगों ने PAN कार्ड से जुड़ा एक नया जाल बिछाया है, जिसे “PAN 2.0 Scam” कहा जा रहा है। इसमें लोगों को ईमेल भेजी जाती है, जिसमें दावा किया जाता है कि सरकार ने एक नया “अपडेटेड ई-पैन कार्ड” लॉन्च किया है। इस ईमेल में एक लिंक या QR कोड दिया होता है और कहा जाता है कि वहां से नया PAN डाउनलोड करें।
ईमेल का डिज़ाइन, भाषा और लोगो इतने असली लगते हैं कि कोई भी धोखा खा सकता है। लेकिन जैसे ही आप उस लिंक पर क्लिक करते हैं, आप सरकारी वेबसाइट नहीं बल्कि ठगों की नकली साइट पर पहुंच जाते हैं, जहां आपकी जानकारी चोरी की जाती है।
क्यों है यह स्कैम इतना खतरनाक?
ये ईमेल्स बहुत प्रोफेशनल तरीके से बनाए गए हैं ताकि असली लगें। इन पर सरकारी डोमेन जैसे लोगो और रंगों का इस्तेमाल किया जाता है। लोग अक्सर बिना सोचे-समझे अपना PAN नंबर, आधार नंबर, बैंक डिटेल्स या पासवर्ड भर देते हैं।
ऐसा करते ही ठग आपके बैंक अकाउंट तक पहुंच बना सकते हैं, UPI या नेट बैंकिंग से पैसे निकाल सकते हैं या आपकी पहचान का दुरुपयोग कर सकते हैं। एक क्लिक आपकी पूरी डिजिटल पहचान और आर्थिक सुरक्षा को खतरे में डाल सकता है।
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स्कैम से कैसे बचें?
साइबर एक्सपर्ट्स और आयकर विभाग ने कुछ जरूरी सावधानियां बताई हैं।
- किसी भी ईमेल या मैसेज में दिए गए लिंक पर बिना जांचे क्लिक न करें।
- अगर वेबसाइट का एड्रेस “.gov.in” या “.nic.in” से खत्म नहीं होता, तो समझ लें कि वह सरकारी नहीं है।
- डर या जल्दीबाजी में कोई जानकारी न भरें।
- PAN, आधार या बैंक डिटेल्स सिर्फ आधिकारिक वेबसाइट पर ही दर्ज करें।
- संदिग्ध ईमेल को तुरंत फिशिंग या स्पैम के रूप में रिपोर्ट करें।