नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने हाल ही में कहा कि नए कप्तान शुभमन गिल ने अभी तक कप्तानी के बुरे समय का सामना नहीं किया है। गंभीर का मानना है कि कठिन दौर ही किसी कप्तान को मजबूत बनाता है और यही चीज गिल के नेतृत्व की असली परीक्षा होगी।
गिल ने टीम इंडिया की कमान संभालने के बाद अपने पहले टेस्ट सीरीज में वेस्टइंडीज के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। भारत ने दोनों मैचों में जीत दर्ज करते हुए 2-0 से क्लीन स्वीप किया। इस जीत के बाद भी गंभीर ने साफ किया कि गिल ने अभी तक कप्तान के रूप में असली चुनौतियों का सामना नहीं किया है।
इसके पहले इंग्लैंड दौरे पर गिल की कप्तानी में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज 2-2 से ड्रॉ रही थी। उस दौरान गिल की कप्तानी को लेकर mixed reviews आए। गंभीर के अनुसार, गिल ने अभी तक खुद को एक निर्णायक और स्थिर कप्तान के रूप में पूरी तरह स्थापित नहीं किया है।
गौतम गंभीर ने कहा कि कोई भी कप्तान तब मजबूत बनता है जब वह मुश्किल दौर से गुजरता है। उन्होंने कहा, “गिल अभी शुरुआती दिनों में हैं। उन्होंने अपनी कप्तानी में दबाव झेलने और कठिन परिस्थितियों को संभालने की कला दिखाई है, लेकिन असली परीक्षा अभी बाकी है।”
अपने अनुभव के आधार पर गंभीर ने गिल को भरोसा भी दिलाया। उन्होंने कहा, “मैं हमेशा उनके साथ हूं। जब तक वह टीम के हित में ईमानदारी और पारदर्शिता दिखाते हैं, मेरा रोल उनके ऊपर से दबाव और आलोचना को हटाना है। अभी तक उन्होंने शानदार काम किया है।”
शुभमन गिल के भविष्य को लेकर गंभीर का मानना है कि कप्तानी के बुरे समय में उनकी प्रतिक्रिया ही उन्हें महान कप्तान बनाएगी। क्रिकेट प्रेमियों की नजर अब इस युवा कप्तान पर लगी है कि वह अपनी परीक्षा में कैसे खरे उतरते हैं।