नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की हाई-स्टेक वनडे सीरीज 19 अक्टूबर से शुरू हो रही है। 24 वर्षीय शुभमन गिल के लिए यह सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि कप्तान के रूप में खुद को साबित करने का सबसे बड़ा मौका है। इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज ड्रॉ कराने और वेस्टइंडीज के खिलाफ पहली टेस्ट जीत हासिल करने के बाद अब गिल की निगाहें सीमित ओवरों में टीम को नेतृत्व देने पर हैं।
सीरीज की रोशनी में सीनियर जोड़ी विराट कोहली और रोहित शर्मा भी चमकने की तैयारी कर रहे हैं। 2027 वनडे वर्ल्ड कप तक अपनी टीम में जगह बनाए रखने के लिए दोनों को इस दौरे में दमदार प्रदर्शन करना होगा। क्रिकेट गलियारों में चर्चा है कि यह शायद विराट और रोहित की आखिरी वनडे सीरीज हो सकती है, इसलिए हर मैच उनकी चुनौती बन जाएगी।
मुख्य कोच गौतम गंभीर ने स्पष्ट किया है कि वर्ल्ड कप अभी दूर है और टीम में किसी की जगह पक्की नहीं है। गंभीर के इस बयान ने टीम में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का माहौल बना दिया है, और हर खिलाड़ी को खुद को साबित करने का अवसर मिल गया है। शुभमन गिल के लिए यह मौका उनके करियर का सबसे बड़ा मोड़ माना जा रहा है।
भारतीय टीम इस दौरे में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का बेहतरीन संतुलन लेकर गई है। यशस्वी जायसवाल, नीतीश कुमार रेड्डी और अर्शदीप सिंह जैसे युवा खिलाड़ी अपनी छाप छोड़ने की कोशिश करेंगे, जबकि विराट और रोहित अपने अनुभव से टीम को जीत की राह पर ले जाने की जिम्मेदारी निभाएंगे।
भारतीय टीम का पहला समूह बुधवार सुबह ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हुआ। कप्तान शुभमन गिल, उपकप्तान श्रेयस अय्यर और प्रमुख खिलाड़ी इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे, जहां प्रशंसक उनकी झलक पाने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। मुख्य कोच गौतम गंभीर और कोचिंग स्टाफ शाम को रवाना हुए।
इस सीरीज में हर नजर शुभमन गिल पर होगी, जो वनडे कप्तान के रूप में अपनी पहचान बनाने की कोशिश करेंगे। वहीं, रोहित और विराट के लिए यह अवसर है अपनी क्षमता और अनुभव दिखाने का। अगर सभी खिलाड़ी यहां दमदार प्रदर्शन करते हैं, तो 2027 वर्ल्ड कप की तैयारियों में उनकी जगह पक्की होने की उम्मीदें मजबूत होंगी।