नई दिल्ली: एशेज 2025 की शुरुआत भले ही अभी करीब छह हफ्ते दूर हो, लेकिन मैदान से पहले ही इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों के बीच जुबानी जंग शुरू हो चुकी है। इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज जैक क्रॉली और जो रूट के बयानों के बाद अब पूर्व तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने भी बड़ा बयान देकर माहौल गरमा दिया है। ब्रॉड ने दावा किया है कि मौजूदा ऑस्ट्रेलियाई टीम पिछले 15 सालों में सबसे कमजोर है जो एशेज खेलने उतरेगी।
ब्रॉड ने BBC के पॉडकास्ट ‘For the Love of Cricket’ पर कहा कि “यह शायद 2010 के बाद की सबसे कमजोर ऑस्ट्रेलियाई टीम है।” दिलचस्प बात यह है कि 2010 में इंग्लैंड ने आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया की धरती पर एशेज जीती थी। वहीं ब्रॉड का मानना है कि मौजूदा इंग्लिश टीम पिछले एक दशक में सबसे मजबूत स्थिति में है और इस बार उनका आत्मविश्वास सातवें आसमान पर है। उन्होंने कहा कि यह राय नहीं बल्कि “तथ्य” हैं कि इंग्लैंड इस बार ऑस्ट्रेलिया को मात देने की क्षमता रखता है।
ब्रॉड का यह बयान उस वक्त आया जब ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज ओपनर डेविड वॉर्नर ने दावा किया था कि उनकी टीम एशेज 2025 में इंग्लैंड को 4-0 से हराएगी। वॉर्नर ने कहा था कि “हम एशेज जीतने के लिए खेल रहे हैं, जबकि इंग्लैंड सिर्फ नैतिक जीत के लिए।” उनके इस बयान के बाद इंग्लिश मीडिया और फैंस दोनों ही भड़क उठे, और अब ब्रॉड का यह पलटवार दोनों देशों के बीच जुबानी जंग को और बढ़ा रहा है।
स्टुअर्ट ब्रॉड ने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजी क्रम और गेंदबाजी की गहराई पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि “2010 के बाद पहली बार ऐसा हो रहा है जब लोग चर्चा कर रहे हैं कि ऑस्ट्रेलिया के लिए नंबर 1, 2, 3, 6 या 8 पर कौन खेलेगा। ये बताता है कि उनकी टीम में स्थिरता की कमी है।” उन्होंने आगे कहा कि “2010 में भी ऑस्ट्रेलिया इसी तरह संघर्ष कर रहा था, जब वे ग्लेन मैकग्रा, शेन वॉर्न, मैथ्यू हेडन और जस्टिन लैंगर जैसे दिग्गजों की जगह खोज रहे थे।”
ब्रॉड का यह बयान इंग्लिश कैंप के आत्मविश्वास को दर्शाता है, जबकि ऑस्ट्रेलिया के लिए यह चेतावनी भी है कि इंग्लैंड की ‘बैजबॉल’ रणनीति को हल्के में लेना उनके लिए भारी पड़ सकता है। अब देखने वाली बात यह होगी कि 2025 की एशेज सीरीज में मैदान पर ब्रॉड के शब्दों वाला इंग्लैंड या वॉर्नर के आत्मविश्वास वाली ऑस्ट्रेलिया कौन सच में बाजी मारता है।