त्योहार से ठीक पहले केंद्र सरकार ने जीएसटी में कटौती कर दी है। इसका सीधा असर परिवारों के मासिक बजट पर दिखाई देगा। खाने-पीने की चीजें, कपड़े, बीमा प्रीमियम और घरेलू खर्चों पर लगने वाला टैक्स घटने से लोगों की जेब हल्की नहीं होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से इस सुधार की घोषणा की थी, जो 22 सितंबर से लागू होगा।
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ग्रॉसरी और इंश्योरेंस पर होगा सीधा असर
अगर एक औसत परिवार हर महीने 80,000 रुपये खर्च करता है, तो नए जीएसटी रेट्स लागू होने के बाद लगभग 1,639 रुपये की सीधी बचत होगी। रिपोर्ट के अनुसार, फूड और ग्रॉसरीज पर खर्च होने वाले 20,000 रुपये घटकर 18,750 रुपये रह जाएंगे। हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम पर भी 511 रुपये की कमी आएगी। इसी तरह यूटिलिटी बिल्स और अन्य सेवाओं पर भी टैक्स में कमी देखने को मिलेगी।
अधिकतर सामान 5 फीसदी के स्लैब में
टैक्सकनेक्ट एडवायजरी सर्विसेज के विवेक जालान का कहना है कि अधिकतर सामान अब 12 प्रतिशत से घटकर 5 प्रतिशत के स्लैब में आ जाएंगे। इससे सीधे-सीधे परिवारों की जेब में पैसा बचेगा। अगर किसी परिवार का मासिक बजट तीन लाख रुपये है तो वह हर महीने करीब 4,000 रुपये की बचत कर पाएगा। वहीं जिनका मासिक खर्च 10 लाख रुपये तक जाता है, वे लगभग 11,400 रुपये तक बचा सकते हैं।
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बचे हुए पैसों को सही जगह निवेश करना
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि जेब में बचा यह पैसा केवल खर्च करने के बजाय निवेश के लिए इस्तेमाल होना चाहिए। ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के पंकज मठपाल के मुताबिक, अगर जीएसटी घटने से 100 रुपये की चीज 90 रुपये में मिल रही है और आपके पास 10 रुपये बच रहे हैं तो बेहतर होगा कि आप इस अतिरिक्त राशि को म्यूचुअल फंड्स, एसआईपी, गोल्ड ईटीएफ या इंटरनेशनल फंड्स में लगाएं। यह लंबी अवधि में आपकी वित्तीय स्थिति को मजबूत कर सकता है।