Money Saving Tips: हाल ही में जापान से एक ऐसी सच्ची कहानी सामने आई जिसने सबको सोचने पर मजबूर कर दिया। 67 वर्षीय सुजुकी ने अपनी पूरी जिंदगी में एक-एक रुपये जोड़कर लगभग 4 करोड़ रुपये बचा लिए। लेकिन आज, जब वे बुजुर्ग हो चुके हैं तो उन्हें इस बात का गहरा अफसोस है कि उन्होंने कभी जिंदगी को खुलकर जिया ही नहीं। वे कहते हैं कि उनके पास अब पैसा तो बहुत है, मगर न कोई यादें हैं, न कोई अनुभव, और यही सबसे बड़ी कमी है।
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सुजुकी जैसे कई लोग हैं जो मानते हैं कि पैसा बचाना ही सबसे बड़ी समझदारी है। लेकिन जब पूरी जिंदगी सिर्फ बचत में निकल जाती है और जीवन के छोटे-छोटे सुखों को नजरअंदाज कर दिया जाता है, तो अंत में रह जाता है सिर्फ पछतावा।
बचत और जिंदगी का मजा दोनों साथ-साथ संभव
यह समझना जरूरी है कि बचत करना और जीवन का आनंद लेना एक-दूसरे के विरोधी नहीं हैं। सही सोच, संतुलन और थोड़ी प्लानिंग के साथ आप दोनों को एक साथ हासिल कर सकते हैं। सवाल यह नहीं है कि पैसे बचाने चाहिए या खर्च करने चाहिए, बल्कि यह कि कब और कैसे खर्च करना सही है।
बजट को अपना दोस्त बनाएं बोझ नहीं
हर अच्छी फाइनेंशियल प्लानिंग की शुरुआत बजट से होती है। लेकिन बहुत से लोग इसे एक बोझ मानते हैं। हकीकत में बजट आपका सबसे अच्छा साथी है जो बताता है कि आपका पैसा कहां जा रहा है और कहां रुकना चाहिए।
50/30/20 नियम को अपनाकर आप अपनी सैलरी को संतुलित तरीके से बांट सकते हैं। 50% हिस्सा जरूरी खर्चों के लिए, 30% इच्छाओं के लिए और 20% बचत या निवेश के लिए। इस तरीके से आप न सिर्फ अपनी जरूरतें पूरी कर सकते हैं, बल्कि इच्छाओं को भी बिना पछतावे के जी सकते हैं।
फिजूल खर्च पहचानें और खुद पर कंट्रोल रखें
अक्सर हम भावनाओं में आकर गैर-जरूरी चीजों पर पैसा खर्च कर देते हैं। इन्हें पहचानना और “टालना” सीखना बहुत जरूरी है। जो सब्सक्रिप्शन या मेंबरशिप आप इस्तेमाल नहीं कर रहे, उन्हें तुरंत रद्द करें। किसी बड़ी खरीदारी से पहले “48 घंटे का नियम” अपनाएं। यानी कोई चीज पसंद आने पर 48 घंटे रुकें, ज़्यादातर मामलों में आप पाएंगे कि अब वो उतनी जरूरी नहीं लगती।
अगर आप रोजमर्रा की छोटी रकम जैसे 10 रुपये या 20 रुपये बचाते हैं और उन्हें गुल्लक में डालते हैं तो महीने के अंत तक वह बड़ी राशि बन सकती है।
पहले बचत करें और फिर खर्च
पैसा संभालने का यह सबसे अहम सिद्धांत है। सैलरी मिलते ही पहले अपनी बचत निकालें, बाकी पैसे से बाकी खर्च करें। अपने बैंक ऐप में ऑटोमैटिक ट्रांसफर सेट करें ताकि सैलरी आते ही एक तय राशि आपके बचत या निवेश खाते में चली जाए। इस तरह आपकी बचत अपने आप सुनिश्चित हो जाएगी।
इसके अलावा एक इमरजेंसी फंड जरूर बनाएं जिसमें कम से कम छह महीने के खर्च के बराबर राशि हो। इससे किसी भी अचानक आई स्थिति में आपको अपनी लंबी अवधि की बचत या निवेश को तोड़ना नहीं पड़ेगा।
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स्मार्ट तरीके से जिंदगी का आनंद लें
बचत का मतलब यह नहीं कि आप जिंदगी का मजा लेना छोड़ दें। बस थोड़ी समझदारी से खर्च करें। महंगे रेस्तरां में बार-बार खाने की बजाय घर पर दोस्तों के साथ पार्टी करें। मूवी थिएटर की जगह घर पर फिल्म का मजा लें।
सेल या डिस्काउंट का इंतजार करें और तभी शॉपिंग करें जब जरूरत हो। क्रेडिट कार्ड के रिवॉर्ड पॉइंट्स और कैशबैक का इस्तेमाल समझदारी से करें। और सबसे जरूरी कर्ज से दूर रहें। खासकर क्रेडिट कार्ड का ब्याज आपकी बचत को खत्म कर सकता है, इसलिए उसे जल्द चुकाना बेहतर है।