नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज और कप्तान पैट कमिंस ने ऐशेज सीरीज के पहले टेस्ट में खेलने को लेकर बड़ा बयान दिया है। कमिंस ने साफ कहा कि पर्थ में छह हफ्ते बाद शुरू होने वाले ऐशेज के पहले मैच में उनका खेलना मुश्किल लग रहा है, क्योंकि वह हाल ही में पीठ की चोट से उबरकर पहली बार दौड़ना शुरू कर रहे हैं। सितंबर में लंबर बोन स्ट्रेस की चोट के बाद से ही उनकी फिटनेस ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में चर्चा का विषय बनी हुई है। जुलाई में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट के बाद से उन्होंने अब तक गेंदबाजी नहीं की है।
सिडनी में फॉक्स क्रिकेट सीजन लॉन्च के दौरान कमिंस ने बताया कि फिलहाल उनके पहले टेस्ट में खेलने की संभावना कम है, लेकिन अभी समय है और वे हर दूसरे दिन दौड़कर अपनी फिटनेस सुधार रहे हैं। उनका अगला कदम बॉलिंग प्रैक्टिस है, जिसमें उन्हें दो हफ्तों का समय लगेगा। उन्होंने अपने प्रगति को सकारात्मक बताया और कहा कि धीरे-धीरे सब ठीक हो रहा है।
कमिंस ने टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए कम से कम एक महीने की नेट प्रैक्टिस जरूरी बताई। उन्होंने कहा कि अगर कोई टेस्ट मैच खेलना चाहता है, तो दिनभर में 20 ओवर फेंकने की तैयारी करनी पड़ती है। चार हफ्ते का समय चुनौतीपूर्ण है, लेकिन असंभव नहीं। चोट के कारण वह थोड़ा निराश जरूर हैं, खासकर ऐशेज जैसे बड़े सीजन के समय। लेकिन उन्होंने खुद को याद दिलाया कि पिछले सात-आठ साल बिना रुकावट क्रिकेट खेला है, इसलिए अब उनका समय थोड़ा रुकने का है।
ऑस्ट्रेलिया के कोच एंड्रयू मैकडॉनल्ड ने कहा है कि कमिंस की फिटनेस पर अंतिम फैसला इस हफ्ते के अंत में लिया जाएगा। उन्होंने भरोसा जताया कि कमिंस सीरीज के किसी न किसी हिस्से में जरूर खेलेंगे। कमिंस ने भी कहा कि यह चोट उनके करियर पर लंबे समय तक असर नहीं डालेगी और वह 2026-27 के व्यस्त क्रिकेट शेड्यूल में पूरी ताकत के साथ वापसी करेंगे।
वर्तमान में कमिंस जिम में बॉडी स्ट्रेंथ पर ध्यान दे रहे हैं और धीरे-धीरे अपनी बॉलिंग मसल्स एक्टिव कर रहे हैं। उनका उद्देश्य है कि नेट्स में उतरने के समय पूरी तरह तैयार रहें और टीम के लिए अहम योगदान दे सकें। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट फैंस को भी जल्द ही उनके मैदान पर लौटने की उम्मीद है।
