नई दिल्ली: दिल्ली टेस्ट में भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने बल्ले से ऐसा तूफान मचाया कि रिकॉर्ड बुक्स ही बदल गईं। वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलते हुए गिल ने अपने टेस्ट करियर का 10वां शतक पूरा किया और साथ ही सर डॉन ब्रैडमैन जैसे दिग्गज को पीछे छोड़ दिया। गिल ने बतौर कप्तान सिर्फ 12 पारियों में 5 शतक ठोक डाले, जबकि ब्रैडमैन को ये मुकाम हासिल करने में 13 पारियां लगी थीं। यह आंकड़ा अपने आप में बताता है कि गिल अब आधुनिक युग के सबसे भरोसेमंद टेस्ट बल्लेबाजों में से एक बन चुके हैं।
दिल्ली टेस्ट के दूसरे दिन गिल ने 177 गेंदों में शतक पूरा किया और टीम इंडिया को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। गिल की यह पारी सिर्फ व्यक्तिगत रिकॉर्ड तक सीमित नहीं रही, बल्कि भारत के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में भी नया इतिहास रच गई। गिल अब WTC में भारत की ओर से सबसे ज्यादा शतक (10) जड़ने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। उनके बाद रोहित शर्मा (9), यशस्वी जयसवाल (7), ऋषभ पंत (6) और केएल राहुल (6) का नाम आता है।
गिल ने इस शतक के साथ एक और बड़ा कारनामा कर दिखाया — उन्होंने बतौर भारतीय कप्तान 12 पारियों में सबसे ज्यादा 50+ स्कोर (6 बार) बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। इस मामले में उन्होंने विराट कोहली (5 बार) को पछाड़ दिया, जबकि एमएस धोनी (8 बार) और सुनील गावस्कर (7 बार) उनसे आगे हैं। यह बताता है कि गिल न सिर्फ एक आक्रामक बल्लेबाज हैं बल्कि कप्तान के तौर पर लगातार रन बनाकर टीम को प्रेरित करने वाले खिलाड़ी भी हैं।
साल 2025 गिल के लिए ‘गोल्डन ईयर’ साबित हो रहा है। उन्होंने इस साल बतौर कप्तान 5 टेस्ट शतक जड़ दिए हैं, जिससे वे विराट कोहली के बराबर पहुंच गए हैं। कोहली ने भी 2017 और 2018 में एक कैलेंडर ईयर में 5 टेस्ट शतक लगाए थे। ये आंकड़े दिखाते हैं कि शुभमन सिर्फ अगली पीढ़ी के कप्तान नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में नई विरासत गढ़ने वाले खिलाड़ी बन चुके हैं।
मैच की बात करें तो भारत ने पहली पारी में 518 रन बनाकर घोषित की, जिसमें यशस्वी जयसवाल के 175 और गिल के नाबाद 129 रन शामिल थे। इस शतक के साथ गिल ने न सिर्फ रिकॉर्ड तोड़े बल्कि यह भी जता दिया कि टेस्ट क्रिकेट में उनका समय अब पूरी तरह से शुरू हो चुका है।