नई दिल्ली: भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज शुभमन गिल ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले जा रहे वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट के दौरान गिल ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज बनने का गौरव हासिल किया। इस उपलब्धि के साथ उन्होंने विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत का रिकॉर्ड भी पीछे छोड़ दिया। पंत ने 38 मैचों में 2731 रन बनाए थे, जबकि शुभमन गिल अब 39 मैचों में 2750 से अधिक रन के साथ भारतीय बल्लेबाजों की इस लिस्ट में शीर्ष पर हैं।
शुभमन गिल ने इस साल पहले ही रोहित शर्मा का रिकॉर्ड तोड़कर WTc में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय सलामी बल्लेबाज बनने का झंडा गाड़ दिया था। उनके नाम 71 पारियों में 42.36 के औसत से 2750+ रन और नौ शतक हैं। यह उपलब्धि उन्हें WTC के सबसे बड़े रन-स्कोरर्स की सूची में 11वां स्थान दिलाती है। गिल की शानदार consistency और मैच विजेता पारी ने उन्हें भारतीय क्रिकेट का नया भरोसेमंद सितारा बना दिया है।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के रिकॉर्ड की बात करें तो इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट का नाम सबसे ऊपर है। रूट ने 69 मैचों में 6080 रन बनाए हैं और 21 शतक लगाए हैं। उनकी तुलना में गिल का प्रदर्शन भी बेहद प्रभावित करने वाला है, क्योंकि इतनी कम मैचों में उन्होंने न केवल रन बल्कि टीम इंडिया को कई अहम मुकाबलों में जीत दिलाई है।
ऋषभ पंत ने अपने 38 मैचों में 43.34 के औसत से 2731 रन बनाए हैं, जबकि रोहित शर्मा के नाम 40 मैचों में 2716 रन हैं। भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने 46 मैचों में 2627 रन बनाए हैं। इसके अलावा रविंद्र जडेजा, यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने भी WTC में 2000 से अधिक रन अपने नाम किए हैं। यह आंकड़े दिखाते हैं कि भारतीय क्रिकेट में batting depth लगातार मजबूत हो रही है।
वहीं, गिल की रिकॉर्ड पारी के साथ ही यशस्वी जायसवाल ने भी अपनी धमाकेदार पारी से सबका ध्यान खींचा। यशस्वी शनिवार को दूसरे टेस्ट में दोहरा शतक बनाने से महज चूक गए और 258 गेंदों में 175 रन बनाकर रन आउट हुए। उनकी पारी में 22 चौके शामिल थे, जो दर्शाता है कि युवा बल्लेबाज भी टीम इंडिया के भविष्य के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं।
शुभमन गिल की यह उपलब्धि न केवल व्यक्तिगत सफलता है बल्कि भारतीय क्रिकेट की मजबूत batting line-up का भी प्रमाण है। युवा खिलाड़ियों का उत्थान और experienced खिलाड़ियों के रिकॉर्ड तोड़ना दर्शाता है कि भारत विश्व क्रिकेट में अपनी पकड़ को और मजबूत कर रहा है। गिल ने साबित कर दिया है कि consistency, धैर्य और technique से कोई भी रिकॉर्ड तोड़ा जा सकता है।