नई दिल्ली: दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में यशस्वी जायसवाल का बल्ला आग उगल रहा है। दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन वह अपने करियर के तीसरे दोहरे शतक से सिर्फ 23 रन दूर हैं। पहले दिन जायसवाल ने शानदार 173 रनों की पारी खेली और भारतीय पारी को मज़बूत नींव दी। अगर शनिवार को वह अपने दोहरे शतक तक पहुंचते हैं, तो वह विनोद कांबली और मयंक अग्रवाल जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़ देंगे।
पहले दिन जायसवाल ने अपने टेस्ट करियर का सातवां शतक पूरा किया और टीम इंडिया को 318 रनों तक पहुंचाया। उनकी पारी में गजब का धैर्य, क्लास और अटैकिंग अंदाज़ देखने को मिला। पिच बल्लेबाजों के अनुकूल दिख रही है, और जायसवाल की लय को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि दोहरा शतक अब बस औपचारिकता रह गया है।
अगर जायसवाल आज दोहरा शतक पूरा कर लेते हैं, तो वह भारत के लिए तीन दोहरे शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में शामिल हो जाएंगे। इस तरह वह विनोद कांबली और मयंक अग्रवाल (दो-दो दोहरे शतक) को पीछे छोड़ देंगे और चेतेश्वर पुजारा के रिकॉर्ड की बराबरी करेंगे, जिन्होंने 103 टेस्ट में तीन दोहरे शतक लगाए हैं।
इतना ही नहीं, जायसवाल अब रवि शास्त्री और कपिल देव जैसे दिग्गजों को भी पीछे छोड़ने के करीब हैं। दरअसल, 24 की उम्र से पहले सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाजों की लिस्ट में वह तेजी से ऊपर बढ़ रहे हैं। फिलहाल जायसवाल के नाम 26 मैचों की 48 पारियों में 2418 रन हैं। अगर वह 66 रन और जोड़ते हैं, तो वह शास्त्री (2463 रन) और कपिल देव (2483 रन) को पछाड़ देंगे।
सिर्फ 24 साल की उम्र में यशस्वी जायसवाल का यह आंकड़ा बताता है कि भारतीय क्रिकेट को एक और लंबी रेस का घोड़ा मिल गया है। उनकी तकनीक, टेम्परामेंट और लगातार रन बनाने की भूख उन्हें आने वाले समय में टीम इंडिया का सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज बना सकती है। अब सभी की नज़रें उनके उस 23 रनों पर टिकी हैं, जो उन्हें एक बार फिर इतिहास में दर्ज करा सकता है।