नई सिल्ली: भारत और वेस्टइंडीज के बीच दूसरा टेस्ट मुकाबला 10 अक्टूबर से दिल्ली के अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। पहले टेस्ट में भारत ने वेस्टइंडीज को पारी और 140 रनों से हराकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई थी। अब भारतीय टीम की नजरें दूसरे टेस्ट जीतकर सीरीज में क्लीन स्वीप करने पर होंगी। दिल्ली का मैदान हमेशा से खिलाड़ियों के लिए चुनौतीपूर्ण रहा है, लेकिन भारत के कई बड़े बल्लेबाजों ने यहां अपनी धाक जमाई है।
दिल्ली में अब तक सिर्फ छह भारतीय बल्लेबाज ही टेस्ट में दोहरा शतक लगाने में सफल रहे हैं। इनमें विराट कोहली, विनोद कांबली, गौतम गंभीर, मंसूर अली खान पटौदी, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण शामिल हैं। खास बात यह है कि विराट कोहली ने 2017 में दिल्ली में टेस्ट में सबसे बड़ी पारी खेली थी। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 287 गेंदों पर 243 रन बनाए थे, जिसमें 25 चौके शामिल थे और उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब भी मिला।
भारत और वेस्टइंडीज के बीच अब तक कुल 101 टेस्ट मैच खेले गए हैं। इसमें भारत ने 24 मुकाबले जीते हैं, जबकि वेस्टइंडीज ने 30 में जीत हासिल की है। बाकी 47 मैच ड्रॉ रहे। आंकड़ों में वेस्टइंडीज थोड़ा आगे दिखता है, लेकिन पिछले 20 सालों में भारत ने इस टीम के खिलाफ लगातार बेहतर प्रदर्शन किया है। यह भी संकेत है कि भारतीय टीम दिल्ली में अपने इतिहास को दोहराने की कोशिश करेगी।
दूसरे टेस्ट में भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन भी बेहद मजबूत है। कप्तान शुभमन गिल के नेतृत्व में टीम में यशस्वी जयसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर, नितीश कुमार रेड्डी, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, एन जगदीसन, अक्षर पटेल, देवदत्त पडिक्कल और प्रसिद्ध कृष्णा जैसे खिलाड़ी शामिल हैं। इस स्क्वाड से भारतीय टीम को बल्ले और गेंद दोनों में संतुलन मिलेगा।
विशेष रूप से गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज की जोड़ी वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों के लिए मुश्किल खड़ी कर सकती है। वहीं, मध्यक्रम में जडेजा और अक्षर पटेल की ऑलराउंडिंग क्षमता टीम को हर परिस्थिति में मदद करेगी। ऐसे में यह टेस्ट मुकाबला भारत के लिए जीत सुनिश्चित करने का सुनहरा मौका बन सकता है।
दिल्ली का मैदान, पिछले रिकॉर्ड और मौजूदा स्क्वाड को देखकर साफ है कि भारतीय टीम सीरीज में क्लीन स्वीप की राह पर है। फैंस की उम्मीदें काफी ऊँची हैं, और इस टेस्ट मैच में खेल की पूरी रणनीति और खिलाड़ियों की फॉर्म निर्णायक साबित होगी।